रांची: कैंसर एक ऐसी बीमारी है जो न सिर्फ मरीज को बल्कि उसके पूरे परिवार को तबाह करके रख देती है. मरीज बेइंतहा दर्द झेलता है. इलाज इतनी महंगी होती है कि अगर कोई गरीब इसकी चपेट में आ जाए तो उसका जिंदा रह पाना मुश्किल हो जाता है. इस तकलीफ को किसी ने समझा था तो वो हैं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास. 'मोमेंटम झारखंड' जिसको लेकर आज भी ताने मारे जाते हैं, उसी इवेंट की बदौलत रांची में कैंसर अस्पताल का रास्ता खुला था.
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रांची में कैंसर हॉस्पिटल मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। मोमेंटम झारखंड के दौरान श्री @RNTata2000 जी से इसके लिए आग्रह किया था।
— Raghubar Das (@dasraghubar) June 17, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे। आज सपना पूरा हुआ देख अच्छा लग रहा है। अब झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। pic.twitter.com/QocnJzQ9CU
">रांची में कैंसर हॉस्पिटल मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। मोमेंटम झारखंड के दौरान श्री @RNTata2000 जी से इसके लिए आग्रह किया था।
— Raghubar Das (@dasraghubar) June 17, 2023
2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे। आज सपना पूरा हुआ देख अच्छा लग रहा है। अब झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। pic.twitter.com/QocnJzQ9CUरांची में कैंसर हॉस्पिटल मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। मोमेंटम झारखंड के दौरान श्री @RNTata2000 जी से इसके लिए आग्रह किया था।
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2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे। आज सपना पूरा हुआ देख अच्छा लग रहा है। अब झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। pic.twitter.com/QocnJzQ9CU
कैंसर अस्पताल की आधारशिला तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रखी थी. उनके आग्रह पर रतन टाटा भी रांची आए थे. कांके में भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. अब वह अस्पताल बनकर तैयार हो चुका है. कैंसर के मरीजों का इलाज हो रहा है. अपने सपने को साकार होता देख अगर कोई सबसे ज्यादा खुश है तो वो हैं रघुवर दास. मोदी सरकार के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 9 वर्ष पूरे होने के मौके पर विकास तीर्थ अभियान के तहत रघुवर दास ने कैंसर अस्पताल का भ्रमण किया. उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की.
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रांची में कैंसर हॉस्पिटल मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। मोमेंटम झारखंड के दौरान श्री @RNTata2000 जी से इसके लिए आग्रह किया था।
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2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे। आज सपना पूरा हुआ देख अच्छा लग रहा है। अब झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। pic.twitter.com/QocnJzQ9CU
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2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे। आज सपना पूरा हुआ देख अच्छा लग रहा है। अब झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। pic.twitter.com/QocnJzQ9CUरांची में कैंसर हॉस्पिटल मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है। मोमेंटम झारखंड के दौरान श्री @RNTata2000 जी से इसके लिए आग्रह किया था।
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2019 में भूमि पूजन में वे भी आए थे। आज सपना पूरा हुआ देख अच्छा लग रहा है। अब झारखंड के लोगों को कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। pic.twitter.com/QocnJzQ9CU
इस दौरान मेडिकल डायरेक्टर डॉ कर्नल मदन मोहन पांडे ने बताया कि यहां अत्याधुनिक मशीनें हैं. जांच और इलाज की दर भी काफी कम है. पहले फेज में 200 करोड़ रुपए की लागत से 7.5 एकड़ में बने इस अस्पताल में रेडियोलॉजी, कीमोथिरैपी और सर्जरी की सुविधा है. अगले फेज में ब्लड कैंसर और बच्चों के कैंसर के इलाज के लिए बिल्डिंग का निर्माण होगा.
उन्होंने बताया कि मरीज के परिजनों के रहने के लिए एक एकड़ में प्रेमाश्रय बनेगा. इसका निर्माण सीसीएल के सीएसआर से होगा. खास बात है कि यहां भर्ती गंभीर मरीजों के लिए मुंबई के टीएमएच स्थित डॉक्टरों से टेलीकांफ्रेंसिंग से सहयोग लिया जा रहा है. यहां थर्ड और फोर्थ ग्रेड में सिर्फ स्थानीय को नौकरी दी गई है.
व्यवस्था देखकर रघुवर दास बेहद खुश नजर आए. उन्होंने कहा कि रांची में कैंसर हॉस्पिटल खोलना उनका सपना था. अब झारखंड ही नहीं आसपास के राज्यों के लोग भी सस्ते दर पर कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का इलाज करा पाएंगे. अब लोगों को दूसरे राज्यों में नहीं भटकना होगा. इस दौरान उन्होंने सूबे के अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य अरूण कुमार सिंह से इस इलाज को मुख्यमंत्री असाध्य बीमारी योजना में शामिल करने का भी आग्रह किया.