रांची: 01 जुलाई को रांची के जगरनाथपुर में भगवान जगरनाथ की निकलने वाली भव्य रथयात्रा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं तो इस अवसर पर लगने वाला मेला भी सजने लगा है, जिसमें 50 से ज्यादा दुकानें मिठाइयों की है. आज रांची के फूड सेफ्टी अफसर सुधीर रंजन के नेतृत्व में राज्य खाद्य प्रयोगशाला की टीम ने जगरनाथपुर रथयात्रा मेले की करीब 40 दुकानों में मिठाइयों की 105 सैम्पल की जांच मोबाइल फूड टेस्टिंग लैब में की, जिसमें 20 मिठाइयों में खतरनाक मेटानिल पाए गए.
राज्य फूड सेफ्टी लैब के उमेश कुमार ने बताया कि मेटानिल एक खतरनाक रसायन है जो मानव शरीर में कैंसर कर सकता है. उन्होंने कहा कि जिन मिठाइयों खासकर बालूशाही और गाजा में मेटानिल मिला है उसमें इंडस्ट्रियल कलर मिलाया गया था. उमेश कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि जिन जिन मिठाई दुकानों के सैम्पल में खतरनाक तत्व पाए गए वहां की मिठाइयों को नष्ट कर दिया गया और दुकानदारों को इंडस्ट्रियल रंग इस्तेमाल नहीं करने की हिदायत देकर छोड़ दिया गया. वहीं, मेला परिसर में एक जगह बिक रहे पान मसाला को भी नष्ट किया गया.
जारी रहेगा मेला में फूड सेफ्टी विभाग का अभियान: स्टेट फूड टेस्टिंग लैब के उमेश कुमार ने बताया कि आगे भी मेला परिसर में सजे खाने पीने की दुकानों में फूड सेफ्टी विंग का अभियान जारी रहेगा और आज वार्निंग देकर छोड़े गए दुकानदारों के यहां अगर फिर से खाद्य पदार्थो और मिठाइयों में मिलावट या हानिकारक पदार्थ मिला तो कठोर कार्रवाई होगी. आज किए गए औचक निरीक्षण में जिला के फूड सेफ्टी अफसर सुधीर रंजन के साथ साथ स्टेट फूड टेस्टिंग लैब के उमेश कुमार, विजय शंकर और संजय वर्मा भी शामिल थे.
राज्य के फूड सेफ्टी एनालिस्ट चतुर्भुज मीणा ने मेला में जाने वाले लोगों से अपील की है कि वह वैसी मिठाईयों, जलेबी, चाट इत्यादि को खरीदने-खाने से परहेज करें जो ज्यादा रंगीन या चमक दमक वाला हो. क्योंकि आकर्षक बनाने के लिए इनमें जिन रंगों का उपयोग होता है वह आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है.