रांची: राजभवन के पास उग्रवादियों के ओर से पोस्टरबाजी कर दहशत फैलाने के मामले में पुलिस ने उग्रवादी संगठन टीएसपीसी के पांच उग्रवादी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार किए गए उग्रवादियों में सुनील उरांव, कालीचरण, देवानंद मुंडा रोशन मुंडा और राहुल मुंडा को गिरफ्तार किया है. सभी टीएसपीसी के लिए काम करते थे. रांची पुलिस ने इनके पास से घटना में इस्तेमाल बोलेरो, बाइक और बैनर पोस्टर बरामद किया है.
पोस्टरबाजी कर फैलाई थी दहशत
13 दिसंबर को टीएसपीसी की ओर से राजभवन की दीवार से सटे देवकमल अस्पताल की दीवार पर पोस्टर साटा गया था. पोस्टरबाजी में टीएसपीसी उग्रवादियों ने पुलिस, प्रशासन और कोल परियोजनाओं के खिलाफ बयानबाजी की थी और पोस्टर में उत्तरी, दक्षिणी छोटानागपुर, जोनल कमेटी लिखा गया था. पोस्टर में लिखा था कि नक्सली जांच के नाम पर एनआईए विस्थापित प्रभावित निर्दोष आम जनता से मारपीट और फर्जी मुकदमा करना बंद करें, साथ ही एनआईए और पुलिस प्रशासन के दलाल दलाली करना बंद करें. पोस्टर में लिखा था कि सीसीएल, एनटीपीसी के अधिकारी विस्थापित प्रभावित आम जनता को धमकी, मारपीट और गाली-गलौज करना बंद करें.
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स्पेसल टीम ने किया गिरफ्तार
राजभवन के पास पोस्टरबाजी की वजह से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे थे, जिसके बाद एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने सिटी एसपी सौरभ के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम का गठन कर जल्द से जल्द पोस्टरबाजी करनेवाले उग्रवादियों की गिरफ्तारी का टास्क दिया था. टेक्निकल सेल और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उग्रवादियों की पहचान हुई और फिर रांची के अलग-अलग इलाकों से उनकी गिरफ्तारी की गई.
खोए हुए वर्चस्व को कायम करने की कोशिश
रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि वर्तमान में पुलिस के अभियान की वजह से उग्रवादी संगठन टीएसपीसी बैकफुट पर चल रहा है, यही वजह है कि अब यह संगठन शहरी इलाकों में पोस्टरबाजी कर या दिखाना चाहता है, कि उसका वर्चस्व कम नहीं हुआ है. एसएसपी के अनुसार टीएसपीसी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी चल रही है और जल्द ही और कई उग्रवादी गिरफ्तार होंगे.