रांची: राजधानी रांची के सुखदेव नगर इलाके से एक महिला मॉडल सहित पांच ड्रग्स पैडलर गिरफ्तार किए गए हैं (Female model arrested with brown sugar). गिरफ्तार तस्करों के पास से पुलिस ने 25 पुड़िया ब्राउन शुगर बरामद किया है. गिरफ्तार महिला मॉडल इससे पूर्व भी ब्राउन शुगर के कारोबार में शामिल रही थी, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था. जेल से निकलने के बाद एक बार फिर से महिला मॉडल ड्रग्स के धंधे से जुड़ गई थी (Brown sugar in Ranchi). रांची की सुखदेव नगर पुलिस के द्वारा मॉडल और उसके साथियों को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल पांचों से सुखदेव नगर थाने में पूछताछ की जा रही है.
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मां के साथ कर रही तस्करी: ड्रग्स के कारोबार करने के आरोप में पहले जेल की हवा खा चुकी स्ट्रगलिंग मॉडल ज्योति शर्मा अपनी मां के साथ ड्रग्स का धंधा कर रही थी. इस धंधे में ज्योति शर्मा के दो भाई भी सहयोग कर रहे थे. जानकारी मिलने पर पुलिस की टीम ने ज्योति के ठिकानों पर छापेमारी की और वहां से 36 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद के साथ 2.90 लाख रुपया भी बरमाद किया है.
क्या है पूरा मामला: रांची के सुखदेव नगर पुलिस ने नशे के कारोबार के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है. नशे के इस कारोबार को मॉडल ज्योति अपनी मां मोनी देवी, चचेरे भाई अर्जुन शर्मा, बलराम शर्मा और दोस्त राहुल शर्मा के साथ चला रही थी. शहर में चलने वाली लेट नाइट पार्टियों, होस्टल और दूसरे स्थानों पर ज्योति खुद ड्रग पैडलर का काम किया करती थी.
जेल से निकल गई दिल्ली: साल 2021 में सुखदेव नगर थाना प्रभारी ममता कुमारी ने ज्योति शर्मा को ब्राउन शुगर के साथ गिरफ्तार किया था. जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया था. जेल से निकलने के बाद ज्योति शर्मा दिल्ली चली गई. वहां उसने एक बार फिर से मॉडलिंग में किस्मत आजमाने की कोशिश की साथ ही वेब सिरीज में काम करने की कोशिश की. लेकिन दिल्ली में उसे कोई काम नहीं मिला. इसी बीच सासाराम के कुछ ब्राउन शुगर के तस्करों ने ज्योति शर्मा से कांटेक्ट किया और उसे रांची में ड्रग्स के धंधे में दोबारा शामिल होने को कहा.
मां और चचेरे भाइयों को भी जोड़ लिया: दिल्ली से रांची आने के बाद सासाराम से ब्राउन शुगर की एक है तस्करों के द्वारा ज्योति शर्मा तक पहुंचा दिया गया. इस बार ज्योति ने ड्रग्स के धंधे के लिए अपनी मां मोनी देवी को भी टीम में शामिल कर लिया. वहीं ज्योति शर्मा के दो चचेरे भाई जिनका अपराधिक इतिहास रहा है और वे कई मामलों में जेल की हवा खा चुके हैं उन्हें भी अपने गिरोह में जोड़ लिया. ज्योति के भाइयों ने अरगोड़ा इलाके के रहने वाले राहुल शर्मा नाम के युवक को भी अपने साथ जोड़ा. राहुल ड्रग्स को खरीदने में पैसों का निवेश किया करता था.
पुंदाग में बनाया ठिकाना: एक साल पहले तक ज्योति शर्मा अपने हुस्न के जाल में लोगों को फंसा कर ड्रग्स का धंधा किया करती थी लेकिन, सुखदेव नगर थाना प्रभारी ममता ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. दोबारा ड्रग्स के धंधे में उतरने के बाद ज्योति ने अपना ठिकाना रांची के पुंदाग जिला को बना लिया है. वहीं, से वह अपनी मां और चचेरे भाइयों के साथ शहर के विभिन्न इलाकों में ड्रग्स सप्लाई किया करती थी.
इस बार भी ममता ने ही दबोचा: ज्योति शर्मा की किस्मत इस बार भी खराब थी क्योंकि भले ही उसने सुखदेव नगर इलाका छोड़कर पुंदाग को अपना नया ठिकाना बना लिया था लेकिन, सुखदेव नगर थाना प्रभारी ममता की नजर उस पर कायम थी. ज्योति शर्मा के जेल से निकलने के बाद ही उस पर नजर रखी जा रही थी. इसी बीच रांची के सीनियर एसपी को यह सूचना मिली ज्योति शर्मा दोबारा दिल्ली से लौटकर ड्रग्स के धंधे में शामिल हो चुकी है. जानकारी मिलने पर सिटी एसपी अंशुमान कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. जिसमें कोतवाली डीएसपी प्रकाश सोय, सुखदेव नगर थाना प्रभारी ममता को शामिल किया गया. चूंकी ममता पहले भी ज्योति शर्मा को गिरफ्तार कर चुकी थी और जेल से निकलने के बाद उस पर नजर भी रखे हुए थी. ज्योति शर्मा के बारे में जानकारियां इकट्ठा करने में पुलिस को ज्यादा समय नहीं लगा और आखिरकार पुख्ता सूचना के आधार पर पुंदाग और अरगोड़ा में रेड कर ज्योति की पूरी टीम को ही दबोच लिया गया.
पैसे अलग जगह रखा जाता था: ज्योति शर्मा ड्रग्स पैडलर काम तो पुनदाग से कर रही थी लेकिन ड्रग्स से हुई आमदनी को अरगोड़ा इलाके में रखा करती थी. पैसे कहां है इसकी जानकारी भी पुलिस ने पहले ही जुटा ली थी. जिस समय पुलिस ज्योति शर्मा उसके साथियों को गिरफ्तार कर रही थी, उसी समय सुखदेव नगर थाने की एक और टीम अरगोड़ा में भी रेड करने पहुंच गई थी. जहां से 2.90 लाख बरामद किए गए.