रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और राज्य के वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने को लेकर सामाजिक और धार्मिक कार्यक्रम कुछ दिनों के लिए स्थगित करने की सलाह दी है. उन्होंने कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में सोमवार को प्रदेशस्तरीय राहत और निगरानी समिति के कंट्रोल रूम में संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की और किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली.
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उच्चतम न्यायालय द्वारा लॉकडाउन को लेकर दिए गये सुझाव पर उन्होंने कहा कि यह केंद्र और राज्य सरकारों पर निर्भर है. अदालत की ओर से लॉकडाउन लागू करने को लेकर स्पष्ट कोई आदेश नहीं दिया गया है. केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कोरोना संक्रमण पर अंकुश को लेकर लड़ाई लड़ रही है.
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में झारखंड में संक्रमण के मामलों में कमी आने के संकेत मिले हैं, लेकिन इसके बावजूद वे इस बात के पक्षधर है कि और अधिक प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से सिर्फ 50 लोगों की उपस्थिति में शादी-विवाह की अनुमति दी गयी है, लेकिन इसके बावजूद भीड़ देखने को मिल रही है.
अभी सभी धार्मिक कार्यक्रमों पर भी रोक लगायी है. होली, रामनवमी, सरहुल और सभी त्योहार सादगी से घरों में मनाए गए. उन्होंने शादी-विवाह समेत अन्य सामाजिक कार्यक्रमों को 15-20 दिनों के लिए टालने की सलाह देते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है, लेकिन यह भी देखने को मिला है कि कुंभ मेले का भी आयोजन इसी दौरान हुआ.
फ्री वैक्सीनेशन दिया जाए
इस तरह के सभी कार्यक्रमों से अभी बचने की जरुरत है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से उठाये गए कई सख्त कदम और देशभर की आर्थिक परिस्थितियों के कारण आय के स्त्रोत में कमी आयी है. वहीं भारत सरकार की ओर से कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए झारखंड को जो सहायता राशि उपलब्ध करायी गयी है.वह काफी कम है.
इसके साथ ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिखकर मीडियाकर्मियों को कोरोना वॉरियर का दर्जा दिए जाने का अनुरोध किया है. साथ ही 18 वर्ष से 44 वर्ष के उम्र तक को फ्री वैक्सीनेशन दिए जाने की मांग की.