रांचीः राजधानी के कांके थाना क्षेत्र स्थित चौड़ी मौजा के बकास्त भूइहरी पहनई खाता की धार्मिक जमीन पर ग्रामीणों की ओर से साफ सफाई शुरू की गई. जमीन की साफ सफाई की जानकारी मिलते ही कांके थाना प्रभारी विनय कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पहुंचे और कार्य रोकने का आदेश दिया. इसपर ग्रामीण भड़क उठे और पुलिस का विरोध शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी नोक-झोंक होने लगी. इसके साथ ही ग्रामीण महिलाओं ने पुलिस पर पैसा लेकर जमीन दलालों की मदद करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करने लगी. इससे पुलिस को पीछे हटना पड़ा.
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विधायक ने दिये थे अवैध खरीद-बिक्री होने पर रोक लगाने के आदेश
बात दें कि विधायक बंधु तिर्की के आदेश पर राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग ने 22 जून 2020 को उपायुक्त को पत्र लिखा था. इस पत्र में कहा गया था कि चैड़ी बस्ती के खाता संख्या 72 की प्लाॅट संख्या 21 रकबा 1.98 एकड़ जमीन बकास्त भूइहरी पहनई गैरमजरुआ आदिवासियों की धार्मिक भूमि को भू माफिया से कब्जा मुक्त कराने और अवैध खरीद बिक्री होने पर रोक लगाये. इस पत्र के आलोक में तब जिला प्रशासन की ओर से उचित कार्रवाई नहीं की गई थी. वहीं ग्रामीणों ने कांके रोड निवासी शलैश सिंह की ओर से जमीन पर कराई गई चहारदीवारी निर्माण को जबरन 21 दिसंबर 2020 को गिरा दिया था. इसके बाद कांके सीओ ने सरकारी बोर्ड लगाकर अवैध खरीद बिक्री पर रोक लगा दी थी. ग्रामीणों ने बताया कि बोर्ड को जमीन माफिया ने उखाड़ कर फेंक दिया. धार्मिक जमीन पर ग्रामीण साफ सफाई करने पंहुचे, तो पुलिस ने सफाई कार्य रोकने पहुंची. इसका हमलोगों ने विरोध किया.