रांची: झारखंड कांग्रेस की अंतर्कलह एक बार फिर सामने आ गई. सोमवार को कांग्रेस स्टेट हेडक्वार्टर में प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के सामने ही कार्यकारी अध्यक्ष और प्रवक्ता भिड़ गए. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए. किसी तरह माह.
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दरअसल, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पेट्रोलियम पदार्थों के बढ़ते दाम के खिलाफ आंदोलन की योजना बनाई है. इस कार्यक्रम की रूपरेखा तय करने को लेकर कांग्रेस स्टेट हेडक्वार्टर में बैठक बुलाई गई थी. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव, विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर, मानस सिन्हा, संजय पासवान, केशव महतो कमलेश और प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मौजूद थे. इसी दौरान एक प्रदेश प्रवक्ता ने हूटिंग कर दी. इससे कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश नाराज हो गए और उन्होंने इस पर ऐतराज जताया. इसके बाद कार्यकारी अध्यक्षों और प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दुबे के बीच जमकर नोकझोंक हुई. हाथापाई तक नौबत आ गई, हालांकि किसी तरह हालात को संभाला गया.
बैठक से निकल गए बड़े नेता
हैरत की बात यह है कि पार्टी के दो मंत्रियों के सामने ऐसी शर्मनाक घटना हुई. इस नोकझोंक के बाद विधायक दल के नेता आलमगीर आलम पार्टी कार्यालय के पीछे के रास्ते से बाहर निकल गए. फिर वह सभी को समझाने के लिए दोबारा पहुंचे, वहीं कार्यकारी अध्यक्ष भी बाहर निकल गए थे, जिन्हें फिर से बुलाया गया.
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पहले से चल रही थी गुटबाजी की चर्चा
प्रदेश कांग्रेस में गुटबाजी की अटकलें पहले से लगाई जा रहीं थीं. इसी के चलते पिछले कई दिनों से कांग्रेस की त्रिमूर्ति नाम से मशहूर प्रदेश के तीन प्रवक्ता निर्धारित स्थल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं कर रहे थे. चर्चा थी कि, कार्यकारी अध्यक्षों की तस्वीर सामने न आए इसके लिए वे नए स्थान पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. हालांकि प्रदेश प्रवक्ताओं ने इससे इंकार किया था, उनका कहना था कि निर्धारित स्थान पर जगह की कमी से नए स्थान पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं.