रांचीः राजधानी में 50 स्थान पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाए गए हैं. जिसका इस्तेमाल संकट के समय आम लोग कर सकेंगे. इमरजेंसी कॉल बॉक्स का ट्रायल मंगलवार से शुरू कर दिया गया है. इसके लिए बकायदा शहर के सभी थानेदारों को स्मार्ट सिटी स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में ट्रेनिंग भी दी गई.
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आपात स्थिति में मिलेगी मददः दरअसल इमरजेंसी कॉल बॉक्स का हेल्प बटन दबाने से ही वह सीधे पुलिस कंट्रोल रूम में कनेक्ट हो जाएगा. इसके लिए किसी भी तरह के फोन या मोबाइल की जरूरत नहीं पड़ेगी. जिस व्यक्ति के द्वारा हेल्प बटन दबाया जाएगा वह सीसीटीवी कैमरे के जरिए कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मियों को नजर भी आएगा. कंट्रोल रूम में बैठे पुलिसकर्मी कैमरे के माध्यम से सहायता मांगने वाले व्यक्ति को देखकर, यह जान भी जाएंगे कि वह किस परिस्थिति में है. आवश्यक जानकारी मिलने के बाद उस व्यक्ति की मदद के लिए पीसीआर या टाइगर पुलिस को मौके पर भेजा जाएगा.
थानेदारों को दी गई ट्रेनिंगः मंगलवार को रांची के धुर्वा स्थित स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम में रांची के सभी थानेदारों को इमरजेंसी कॉल बॉक्स को लेकर ट्रेनिंग दी गई. पुलिसकर्मियों को अभी निर्देश दिया गया है कि वह इसका जोर शोर से प्रचार प्रसार करें ताकि लोगों को इसके संबंध में जानकारी हासिल हो सके और वह पुलिस की सहायता ले सकें. रांची के सीनियर एसपी किशोर कौशल ने बताया कि फिलहाल इमरजेंसी कॉल बॉक्स का ट्रायल चल रहा है, जल्द ही से पूरे शहर में सभी 50 बॉक्स को एक साथ चालू कर दिया जाएगा. इसके लिए राजधानी रांची में 50 स्थान पर कॉल बॉक्स लगाए गए हैं.
भीड़ वाले इलाके में लगाया गयाः दरअसल राजधानी के भीड़भाड़ वाले 50 स्थान पर इमरजेंसी कॉल बॉक्स लगाया गया है. कॉल बॉक्स पर हेल्प बटन बनाया गया है, जैसे ही कोई उस बटन को दबाता है बॉक्स से आवाज आने लगती है. वह आवाज सीधे पुलिस कंट्रोल रूम में जाती है इसके साथ ही कॉल बॉक्स के पास लगे कैमरे ऑन हो जाते हैं और जो व्यक्ति मदद मांग रहा है वह पुलिसकर्मियों को साफ-साफ दिखाई देने लगता है. उसकी आवाज भी स्पष्ट सुनाई देती है. इमरजेंसी कॉल बॉक्स का प्रचार प्रसार जोर शोर से करने की रणनीति पर रांची पुलिस कम कर रही है ताकि शहर में मुसीबत में फंसे लोगों की मदद मिल सके.