रांची: गठबंधन की नई सरकार से राज्य के किसानों सबसे ज्यादा उम्मीदें हैं. झारखंड सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार होने के बाद किसानों की निगाहें अब सरकार की कर्ज माफी के फैसले पर टिकी हुई है.
कर्ज के बोझ तले डूबते जा रहे हैं किसान
कांग्रेस ने चुनाव के समय अपने मेनिफेस्टो में किसानों की कर्ज माफी का वादा किया था और झारखंड में अधिक सीटों पर कांग्रेस ने जीत भी दर्ज की. अब कांग्रेस के खाते में ही कृषि विभाग चला गया है तो ऐसे में किसानों को अपेक्षा है कि जल्द से जल्द उनके कर्ज माफ किए जाए. कर्ज माफी से किसानों को काफी राहत मिलेगी. किसान पिछले कई सालों से कर्ज के बोझ तले डूबते जा रहे हैं.
आलू की फसल पूरी तरह बर्बाद
इसका मुख्य कारण यह है कि कभी अतिवृष्टि तो कभी अनावृष्टि होती है. समय से बारिश भी नहीं होती है और बारिश होती भी है तो इतनी ज्यादा कि सारे फसल ही बर्बाद हो जाते हैं. हाल के दिनों में कुहासा के कारण खेतों में लगे आलू के फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गये हैं. मंत्रिमंडल के विस्तार होने के बाद अब किसान सरकार की ओर निगाहें टिका कर बैठे हैं कि कब सरकार उनके कर्ज माफी की पर फैसला लेगी.
कर्ज माफी का तोहफा
मामले में कांग्रेस प्रवक्ता डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने कहा कि उनकी सरकार किसानों के कर्ज माफी को लेकर काफी चिंतित है. मंत्रिमंडल का भी विस्तार हो गया है. किसानों के कर्ज को लेकर डाटा तैयार किया जा रहा है. जल्द ही कैबिनेट में पास होने के बाद किसानों को कर्ज माफी का तोहफा मिल जाएगा.