रांची: देशभर में लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण आम से लेकर खास हर कोई परेशान नजर आ रहा है. इसका असर हर वर्ग और क्षेत्र में पड़ रहा है डीजल की कीमत बढ़ने से सबसे ज्यादा कृषि के क्षेत्र में प्रभाव पड़ा है. कई लोग डीजल वाले मशीन के सहारे अपने दूरदराज वाले खेतों में सिंचाई करते हैं लेकिन डीजल की कीमत में वृद्धि के कारण किसानों को सिंचाई करने में काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसे लेकर ईटीवी भारत की टीम ने किसानों से मन की बात जानने की कोशिश की है कि आखिरकार पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि होने से खेती किसानी में कितना असर पड़ा है.
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किसानों की परेशानियां
किसानों ने बताया कि इन दिनों लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में वृद्धि हो रही है. जिससे हम किसान वर्गों को काफी खामियाजा भुगतना पड़ रहा है, क्योंकि लॉकडाउन की वजह से पहले से ही खेती प्रभावित हुई है, उपज का जितना मूल्य मिलना था वह नहीं मिल पाया, तो वहीं दूसरी तरफ अब लगातार पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है, जिसके कारण हम लोगों को खेती करने में दिक्कत हो रही है.
किसानों ने कहा कि हमें हर रोज अपनी खेतों में सिंचाई करना पड़ता है इसके लिए हम लोगों को पेट्रोल या डीजल के मशीन का इस्तेमाल करते हैं लेकिन जिस तरीके से कीमत में वृद्धि हो रही है ऐसा लग रहा है कि सिंचाई करना मुश्किल हो गया और अगर सही से सिंचाई नहीं होती है तो उपज पर भी असर पड़ेगा. वहीं किसानों के अनुसार पेट्रोल और डीजल की कीमत में वृद्धि होने के कारण खेती से जुड़े तमाम उपकरण खाद बीज की भी कीमत में वृद्धि हो गई है. ऐसा लग रहा है कि आने वाले दिनों में किसान खेती किसानी छोड़ ईंट भट्ठा में काम करने पर विवश हो जाएंगे.