रांचीः झारखंड पुलिस के एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर कोरोना पॉजिटिव नहीं है. एडीजी को रांची के एक नामी लैब की लापरवाही की वजह से दो दिनों तक तनाव में गुजरना पड़ा. चार जनवरी को लैब की ओर से रिपोर्ट जारी की गई, जिसमें एडीजी को कोरोना पॉजिटिव बताया गया था.
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लैब की लापरवाही
एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर की तीन जनवरी को तबीयत खराब हुई तो देर शाम आरटीपीसीआर टेस्ट करवाया. 4 जनवरी की सुबह उनकी रिपोर्ट आई, जिसमें उन्हें कोविड पॉजिटिव बताया गया था. इसके बाद एडीजी ने तत्काल अपने साथी अफसरों को इसकी जानकारी दी और उनसे कहा कि कॉन्टैक्ट में आए सभी लोग जांच करवा लें. एडीजी ने बताया कि मेरी एक बहन डॉक्टर है. उनसे सलाह लेने के लिए अपनी रिपोर्ट भेजी, ताकि उचित सलाह दें. रिपोर्ट देखने के बाद बहन ने बताया कि रिपोर्ट में उम्र 36 साल लिखी गई है. इसकी सूचना एडीजी ने लैब को दी तो आनन फानन में दोबारा एडीजी की कोरोना जांच की गई.
अब रिपोर्ट आई नेगेटिव
20 घंटे के भीतर ही जब एडीजी ने दोबारा अपनी जांच करवाई तो उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. इस मामले को लेकर कोविड जांच करने वाला लैब सवालों के घेरे में है. एडीजी संजय आनंद लाटकर ने अपने फेसबुक पेज पर जानकारी देते हुए लिखा कि 20 घंटे में ही नेगेटिव हो गए हैं. लेकिन पिछला 20 घंटा बेहद तनाव भरा था.