रांची: मांडर थाना क्षेत्र में हुए धार्मिक स्थलों में तोड़फोड़ के पीछे किन आपराधिक तत्वों का हाथ है. इसका पता लगाने के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन लाख प्रयास के बावजूद पुलिस को अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. जिन धार्मिक स्थलों के प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किया गया था उसके आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ है. गांव में एक जगह सीसीटीवी कैमरा लगा भी हुआ है लेकिन उसका फुटेज पुलिस के किसी काम नहीं आया. इस केस में पुलिस पूरी तरह से ह्यूमन इंटेलिजेंस पर ही आश्रित है.
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पुलिस का दावा, जल्द पकड़े जाएंगे अपराधी: रांची रेंज के डीआईजी अनूप बिरथरे ने बताया कि 16 नवंबर की रात धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ की गई थी जिसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया था. तोड़फोड़ करने वाले आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए सीसीआर डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है जिसमें पांच थाना प्रभारी भी शामिल हैं. उम्मीद है कि जल्दी इस कांड में शामिल आरोपी धर दबोचे जाएंगे.
गांव वालों का भरोसा जीत रही पुलिस: वहीं दूसरी तरफ एक साथ पांच धार्मिक स्थलों पर हुए तोड़फोड़ की वजह से पूरा मांडर अंदर ही अंदर से लग रहा है. गांव में लगातार बैठके की जा रही है. सूचना यह भी है कि अगर जल्द इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती है तो एक बार फिर से ग्रामीण सड़क पर उतर सकते हैं. हालांकि दूसरी तरफ मांडर और चान्हो थाना प्रभारी लगातार ग्रामीणों के साथ बैठक कर उनका विश्वास जीतने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें यह भरोसा दिलाया जा रहा है कि पुलिस अपना काम कर रही है जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे.
गांव में रात में गश्त: तनाव को देखते हुए मुड़मा गांव में पुलिस गस्त तेज कर दी गई है. रांची डीआईजी ने बताया कि मुड़मा में पुलिस की चहल कदमी बढ़ा दी गई है. पुलिस लगातार आसपास के गांव में भी नजर रख रही है.
जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो फिर होगा आंदोलन: मांडर के मुड़मा गांव में 16 नवंबर की रात धार्मिक स्थलों की प्रतिमाओं को खंडित किया गया था. आंदोलन कर रहे ग्रामीणों को पुलिस ने भरोसा दिलाया था कि छठ से पूर्व सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे. लेकिन 5 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं. इसकी वजह से ग्रामीणों का आक्रोश अंदर ही अंदर बढ़ रहा है. सूचना के अनुसार अगर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो ग्रामीण एक बार फिर से सड़क पर उतर सकते हैं, इसकी सूचना पुलिस को भी है.