रांची: एक तरफ तेजी से फैल रहे कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार ने कई पाबंदी लगाई है. वहीं दूसरी तरफ लोग कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर वगैर मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के धड़ल्ले से उल्लंघन कर रहे हैं. चौक चौराहों से लेकर सरकारी दफ्तर तक में लोग आज भी कोरोना महामारी को नजरअंदाज कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता हुए कोरोना पॉजिटिव, खुद को किया होम आइसोलेट
ईटीवी भारत की टीम ने जब रियल्टी चेक की तो सर्वाधिक संक्रमित राजधानी रांची के बाजार से लेकर सरकारी कार्यालय में लोग अभी भी वगैर मास्क पहने दिखे. राजधानी का कचहरी चौक हो या अलवर्ट एक्का चौक या जिला समाहरणालय, सभी जगह लोग रांची में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते दिखे. लोगों की यह लापरवाही कहीं ना कहीं तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण की मुख्य वजह है.
सरकारी कार्यालय में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन
आम तो आम सरकारी दफ्तर में भी खुद सरकार के अधिकारी रांची में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करते दिखे. रांची समाहरणालय स्थिति कई विभागों में सरकारी कर्मी से लेकर अधिकारी तक वगैर मास्क पहने नजर आये. जिला आपूर्ति पदाधिकारी अलवर्ट विलुंग भले ही अपने विभाग में कोविड से बचने के लिए कई उपाय करने का दावा करते दिखे. मगर वो खुद वगैर मास्क पहने नजर आये. इतना ही नहीं विभागकर्मी से लेकर यहां आने वाले लोग वगैर मास्क के बातचीत करते दिखे.
![ETV Bharat Reality Check](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14133440_reality-2.jpg)
राजधानी रांची में तेजी से फैल रहा है संक्रमण
कोरोना के ओमीक्रॉन वेरिएंट ने देश दुनिया में तबाही मचा दी है. झारखंड में भी इसके कारण एक सप्ताह के अंदर 14 गुणा संक्रमितों की संख्या बढ़ी है. हालत यह है कि शुक्रवार को राज्यभर में कोरोना से 8 लोगों की मौत हुई है. राज्य में कोरोना से 2 दिनों में 12 संक्रमितों की मौत हो चुकी है. इस तरह से पहली लहर से लेकर अब तक राज्य में कुल मौतों की संख्या 5161 हो गई है.
![ETV Bharat Reality Check](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14133440_reality.jpg)
झारखंड में कोरोना
शुक्रवार को एक दिन में सर्वाधिक 3825 नये संक्रमित केस आये हैं. जिसमें रांची में सर्वाधिक 1543 पाये गये. इस तरह से संक्रमितों की संख्या 17,206 हो गई है. राज्य सरकार ने संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए कई पाबंदी लगाते हुए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर रखा है. इसके बाबजूद लोगों की ये लापरवाही कहीं आ बैल मुझे मार जैसी दिख रही है, जो कोरोना के चेन को तोड़ने के बजाय इसे बढ़ाने में लगे हैं.