नई दिल्ली: केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री और झारखंड के पूर्व सीएम अर्जुन मुंडा से ईटीवी भारत के संवाददाता ने खास बातचीत की, जिसमें उन्होंने कहा कि झारखंड में 7 आदिवासियों को पहले अगवा किया गया फिर उनकी हत्या कर दी गई, यह बहुत दुखद घटना है. झारखंड में तुरंत महागठबंधन की सरकार बनी है, उसके बाद इस तरह की घटना होना अच्छी बात नहीं है.
अर्जुन मुंडा ने कहा कि महागठबंधन सरकार इस मामले की जांच कराएं की इस तरह की घटना क्यों घटी और इसके पीछे कौन लोग हैं. उन्होंने बताया कि आदिवासी कल्याण मंत्रालय भी राज्य सरकार से संपर्क में है और पूरे मामले की जानकारी मांगी है. अर्जुन मुंडा ने इस मामले की जांच राज्य सरकार से गंभीरता से कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में यह घटना घटी है वह आदिवासी, जनजातीय प्रशासन की दृष्टि से बहुत ही अहम क्षेत्र है.
केंद्रीम मंत्री ने कहा कि झारखंड में महागठबंधन की सरकार तो बन गई, लेकिन मंत्रिमंडल का अभी तक पूरी तरह से गठन नहीं हो पाया है, जिसके चलते सरकार अच्छा से कामकाज नहीं कर पा रही है. उन्होंने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्ष सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट को लेकर जनता को गुमराह कर रहा है, यह एक्ट नागरिकता देने वाला एक्ट है, इस एक्ट के जरिए किसी किसी की भी नागरिकता नहीं जाएगी, इस एक्ट के जरिए किसी भी आदिवासी को भी कोई दिक्कत नहीं होगी.
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बता दें कि झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव में 7 लोगों की हत्या कर दी गई है, आरोप है कि पत्थलगड़ी आंदोलन के समर्थकों ने पत्थलगड़ी का विरोध करने पर इन लोगों का अपहरण किया, इसके बाद जंगल में इन्हें ले गए और वहां बेरहमी से हत्या कर दी, मृतकों में उप मुखिया और अन्य 6 ग्रामीण शामिल हैं.