रांची: महिलाओं और बालिकाओं के खिलाफ छेड़खानी, दुष्कर्म और अन्य किसी भी तरह के अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ सरकार ने कठोर कानून बनाने की घोषणा की है. अब छत्तीसगढ़ की तर्ज पर झारखंड में भी ऐसी ही कठोर कानून बनाने की मांग हो रही है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार है. ऐसे में झारखंड में भी सरकार में शामिल कांग्रेस से इस बारे में राय जानने की कोशिश की गई. कांग्रेस की ओर से खुद को झारखंड में भी इस कानून का पक्षधर बताया गया. इस बारे में झारखंड सरकार के मंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने ईटीवी भारत से विस्तार से बात की.
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मंत्री आलमगीर आलम ने ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि जिस तरह से महिलाओं और बालिकाओं के प्रति अत्याचार, हिंसा और अन्य जघन्य अपराध बढ़े हैं. वैसे में आरोपियों को कठोर सजा देने के लिए और कड़े कानून की जरूरत है. वह इसके लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात करेंगे.
वहीं उन्होंने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं से छेड़खानी और दुष्कर्म करने के आरोपियों को सरकारी नौकरियों के लिए प्रतिबंधित करने की घोषणा को सही बताया. उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस तरह के कानून बनने चाहिए ताकि बेटियां सुरक्षित रहें. ईटीवी भारत से खास बातचीत में आलमगीर आलम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तरह झारखंड में भी महिलाओं के प्रति हिंसा, छेड़खानी और दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को सरकारी नौकरियां के अयोग्य घोषित करने को लेकर कांग्रेस सकारात्मक सोच रखती है. संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि वह जल्द अपने आलाकमान और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इस संदर्भ में बातचीत करेंगे.
'सीट बंटवारे का फैसला आलाकमान करेगा तय': मंत्री आलमगीर आलम ने दिल्ली में पिछले दिनों हुई कांग्रेस की उच्च स्तरीय बैठक को लेकर पूछे गए सवाल का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल की उपस्थिति में झारखंड कांग्रेस की बैठक दिल्ली में हुई थी. कांग्रेस के राष्ट्रीय मुख्यालय में हुई इस बैठक में प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने यह जरूर कहा था कि 2019 में हमें 09 लोकसभा सीट मिले थें. उसमें से 02 सीट कांग्रेस ने झारखंड विकास मोर्चा को दी थी. क्योंकि तब महागठबंधन में तीन ही दल कांग्रेस, झामुमो और राजद शामिल थे.
उन्होंने कहा कि राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारें पर अंतिम फैसला पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमें यह भी ध्यान रखना होगा कि इंडिया गठबंधन में हमारे सहयोगी राज्य में भी बढ़े हैं. वाम मोर्चा, जदयू, आप, टीएमसी, एनसीपी दल अब इंडिया गठबंधन के साथ हैं. ऐसे में इन सब बातों का ख्याल रखना होगा. आलमगीर आलम ने कहा कि कांग्रेस सभी 14 लोकसभा सीटों पर पार्टी संगठन को मजबूत करेगी. ताकि जहां हम चुनाव लड़ेंगे, वहां पार्टी को मजबूत संगठन का फायदा हो और जहां सहयोगी दलों के उम्मीदवार चुनाव मैदान में होंगे, उन्हें भी कांग्रेस के मजबूत संगठन का फायदा मिले.
मुख्यमंत्री को फिर ED के समन पर बयान देने से बचते दिखे मंत्री: जमीन घोटाले मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को दोबारा पूछताछ के लिए समन भेजे जाने को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम कोई भी बयान देने से बचते दिखे. उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि ईडी क्या कर रही है, यह हम से बेहतर आप जानते हैं. इस पर क्या कहा जाए.