रांचीः 19 जून को राज्यसभा की 2 सीटों के लिए वोटिंग होनी है. चुनावी मैदान में अब 3 प्रत्याशी है. अब सवाल है कि संख्या बल किसके पक्ष में है. किसी भी प्रत्याशी को जीत दर्ज करने के लिए 27 वोट की जरूरत है. आंकड़ों के लिहाज से झामुमो प्रत्याशी शिबू सोरेन की जीत तय है. दूसरी सीट के लिए भाजपा ने अपने प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश को मैदान में उतारा है तो झारखंड सरकार में शामिल कांग्रेस ने शहजादा अनवर पर अपना दांव खेला है.
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अब सवाल है की दूसरी सीट पर जीत का समीकरण किसके पक्ष में जाता दिख रहा है. सवाल यह भी है कि कांग्रेस ने क्या सोचकर संख्या बल नहीं होने के बावजूद शहजादा अनवर को प्रत्याशी बनाया. एक और अहम सवाल यह है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो से मुलाकात क्यों की. इन सवालों को लेकर ईटीवी भारत के वरिष्ठ सहयोगी राजेश कुमार सिंह ने झारखंड के वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह से चर्चा की. उन्होंने हर सवाल का बेबाकी से और तार्किक तरीके से जवाब दिया, चुकी झारखंड में पूर्व में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान हॉर्स ट्रेडिंग के अलावा अंकगणित को बनते बिगड़ते देखा गया है. लिहाजा इस चुनाव में इस संभावना पर भी बात की गई. वरिष्ठ पत्रकार हरिनारायण सिंह के मुताबिक दूसरी सीट पर भाजपा प्रत्याशी की जीत साफ नजर आ रही है. क्योंकि आंकड़ों का खेल करना होता तो कांग्रेस की तरफ से काफी कुछ दिखता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राजनीतिक लाभ के लिहाज से शहजादा अनवर को मैदान में उतारा है क्योंकि इसकी पटकथा 2019 के चुनाव के वक्त संथाल में ही लिख दी गई थी.