रांची: इंग्लैंड के एग्जीक्यूटिव काउंसिलर शरद कुमार झा झारखंड दौरे पर हैं (England Executive Council Sharad Kumar Jha ). इस दौरान उन्होंने कहा कि बिहार झारखंड में पर्यटन और कृषि आधारित उद्योग की भारी संभावनाएं हैं. इसपर अगर गंभीरता से काम किया जाए तो ना केवल पलायन रोका जा सकता है, बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के साधन भी मुहैया कराया जा सकता है.
झारखंड दौरे पर आए इंग्लैंड के एग्जीक्यूटिव काउंसिलर शरद कुमार झा ने कहा है कि बिहार झारखंड में पर्यटन और कृषि आधारित उद्योग की भारी संभावना हैं. जिस पर अगर गंभीरता से काम किया जाय तो ना केवल पलायन रोका जा सकता है बल्कि बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार के साधन भी मुहैया होंगे. जमशेदपुर जैने से पहले शरद रांची के हरमू स्थित झारखंड मिथिला मंच कार्यालय पहुंचे. यहा शरद कुमार झा ने कहा कि दोनों राज्यों में लघु उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शासन प्रशासन के साथ साथ बाहर कार्यरत युवा उद्यमियों को भी आगे आना होगा.
शरद कुमार ने कहा कि झारखंड में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं जिसका फायदा उठाने की आवश्यकता है. इसी तरह कृषि पशुपालन क्षेत्र में भी पारंपरिकता के बजाय नये टेक्नॉलॉजी को जमीन पर उतारने की आवश्यकता है, जिसका लाभ लोगों को मिल सके. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड में छोटे छोटे पर्यटन स्थल काफी विकसित हैं. जिसका लाभ सरकार के साथ साथ इसे जुड़े लोगों को मिलता है. उन्होंने कहा कि इस दिशा में उन्होंने बिहार झारखंड के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा भी किया है और देश के बाहर रह रहे प्रवासी उद्यमियों को इन क्षेत्रों में काम करने की सलाह दी है.
झारखंड मिथिला मंच कार्यालय पहुंचे इंग्लैंड के एग्जीक्यूटिव काउंसिल शरद कुमार झा ने महाकवि विद्यापति के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान मंच के पदाधिकारियों ने शरद कुमार झा को पाग, चादर और पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया. इस मौके पर मिथिला मंच के अध्यक्ष मनोज कुमार मिश्रा ने इंग्लैंड के कांउसलर का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्तित्व से ही मिथिला गौरवान्वित होता रहा है जो ना केवल देश बल्कि विदेश में भी मिथिला का नाम रौशन कर रहे हैं. इस मौके पर सुप्रसिद्ध रचनाकार सियाराम झा सरस ने शरद को पुस्तक भेंटकर स्वागत किया. वहीं, शरद कुमार झा ने मैथिली और मिथिला के प्रति उदगार व्यक्त करते हुए मैथिली में मंच के पदाधिकारियों को संबोधित किया.