रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा स्थित अपने कार्यालय से बोकारो में इलेक्ट्रोस्टील की ओर से निर्मित 50 नंदघर का ऑनलाइन उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि ईएसएल वेदांता समूह की ओर से बोकारो जिले में बड़ी संख्या में नंदघर संचालित करना सराहनीय कदम है. नंदघरों का शुभारंभ होने से ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थित आंगनबाड़ी केंद्रों को नया चेहरा देने का कार्य प्रारंभ हुआ है. ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों एवं महिलाओं के विकास के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि वेदांता समूह बोकारो जिले में स्वास्थ्य सेवाओं पर भी विशेष कार्य योजना बनाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता के बेहतर स्वास्थ्य के लिए आप कार्य करें. आम लोगों को आप जितनी सहूलियत देंगे तो वे लोग हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे. राज्य सरकार भी आपके साथ खड़ी है, एक दूसरे के सहयोग से जनहित के लिए कार्य होंगे, तभी सामाजिक-आर्थिक विकास संभव होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योगों का विकास कर रोजगार उपलब्ध कराना राज्य सरकार का लक्ष्य है. झारखंड में उद्योगों का विकास हो, इसके लिए इस महीने की 6 तारीख को दिल्ली में विभिन्न उद्योग प्रतिष्ठानों के साथ स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस किया.
नई उद्योग पॉलिसी बनेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नई उद्योग पॉलिसी बनाई जाएगी. यह उद्योग पॉलिसी राज्य सरकार और उद्यमियों के बीच सेतु का कार्य करेगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में संसाधनों की कोई कमी नहीं है, जरूरत है इन संसाधनों का बेहतर उपयोग करने की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में उद्योग स्थापित हों, यही सरकार का प्रयास है. उन्होंने कहा कि उद्योग-प्रतिष्ठान भी सीएसआर के तहत स्थानीय विकास कार्यों को गति दें.
नंदघर में क्या-क्या हैं सुविधाएं
नंदघर, वंचित बच्चों और महिलाओं के लिए सामुदायिक संसाधन केंद्र हैं. नंदघर परियोजना के तहत प्री-प्राइमरी शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण से संबंधित मुद्दों पर ध्यान दिया जाता है. साथ ही इसमें गांवों में महिलाओं के लिए आर्थिक सशक्तीकरण पर भी जोर दिया जाता है. इस परियोजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की भागीदारी के साथ तैयार किया गया है. इस परियोजना के 4,000 ऐसे केंद्र देश भर में स्थापित करने की योजना है.
विधायक बावरी ने उठाया था सदन मुद्दा
खास बात है इसी कंपनी की कार्यशैली का मामला चंदनक्यारी से भाजपा विधायक अमर कुमार बावरी ने सदन में उठाया था. उन्होंने यह भी कहा था कि पुरानी व्यवस्था को कंपनी ने नंदघर का नाम दे दिया है. उन्होंने कहा था कि कंपनी अपने विस्तारीकरण के लिए अपने परिसर में जनसुनवाई करती है जो नियम विरुद्ध है.