रांचीः राजधानी का रिम्स भले ही राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों के नामों में शुमार हो लेकिन वहां की स्थिति देखने के बाद यह जरूर कहा जा सकता है कि कहीं ना कहीं अभी-भी बड़े अस्पतालों की गिनती में आने के लिए रिम्स को इंतजार करना पड़ेगा. अस्पताल के संचालन के लिए सबसे जरूरी चीज बिजली और पानी जैसे बुनियादी सुविधा की आवश्यकता होती है पर राजधानी के रिम्स अस्पताल में बिजली की व्यवस्था राम भरोसे ही है.
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60 से ज्यादा मरीज करते है एक ही बाथरूम का प्रयोग
यह व्यवस्था सिर्फ रिम्स के एक वार्ड की नहीं, बल्कि कई वार्ड में इसी तरह मरीजों को अंधेरे में रहना पड़ता है. मरीजों ने बताया कि बाथरूम जैसी बुनियादी सुविधा का भी इंतजाम रिम्स के वार्ड में नहीं है. मरीजों को गंदे बाथरूम का ही उपयोग करना पड़ता है, एक बाथरूम हमेशा बंद रहता है, जिसकी वजह से 60 से ज्यादा मरीज एक बाथरूम का उपयोग करने को मजबूर हैं.
इलेक्ट्रीशियन को दी गई है हिदायत
वहीं, पूरे मामले को लेकर रिम्स के प्रभारी अधीक्षक डॉ डीके सिन्हा बताते हैं कि पूरे वार्ड में बिजली के बेहतर इंतजाम के लिए इलेक्ट्रीशियन को हिदायत दी गई है. ईटीवी की टीम से मिली शिकायत के बाद जल्द से जल्द सभी वार्डों में बिजली की व्यवस्था सही कराई जाएगी.