रांची: सेना जमीन घोटाला में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. इस मामले में रांची के पूर्व उपायुक्त समेत कई जमीन कारोबारी न्यायिक हिरासत में भेजे जा चुके हैं. इस बीच जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक ईडी ने सेना जमीन घोटाला मामले में कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल से भी पूछताछ करने वाली है. इस बाबत अमित अग्रवाल को समन किया जाएगा.
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सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ईडी को पुख्ता साक्ष्य मिले हैं कि करमटोली के पास सेना की 4.55 एकड़ जमीन की डील में भी अमित अग्रवाल की भूमिका थी. इस डील में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश ने ही जगतबंधु टी इस्टेट नाम की कंपनी के लिए जमीन हथियाने की साजिश रची थी. यह कंपनी कारोबारी अमित अग्रवाल की ही है. सूत्रों के मुताबिक अब तक हुई पड़ताल के आधार पर पूरी साजिश से जुड़े कई साक्ष्य ईडी के हाथ लगे हैं.
इस मामले में दिलीप घोष से ही पूछताछ की तैयारी चल रही है. ईडी ने 10 मई को दिलीप घोष को हाजिर होने के लिए समन दिया था, लेकिन बीमारी का हवाला देकर वह एजेंसी के दफ्तर में नहीं पहुंचे थे. आपको बता दें कि दिलीप घोष जगतबंधु टी इस्टेट कंपनी के निदेशक हैं. वह अमित अग्रवाल के बेहद करीबी भी हैं. पिछले साल 4 नवंबर 2022 को ईडी की टीम ने दिलीप घोष के ठिकानों पर भी छापेमारी की थी. उसी दिन अमित अग्रवाल के कोलकाता स्थित आवासों पर भी ईडी ने दबिश दी थी. उस वक्त एक दूसरे केस में अमित अग्रवाल जेल में बंद थे.
ईडी सूत्रों के मुताबिक सेना जमीन घोटाले का मास्टरमाइंड प्रेम प्रकाश और अमित अग्रवाल हैं. दोनों ने मिलकर फर्जी डीड तैयार करवाया था. सेना की जमीन की सरकारी वैल्यू 20 करोड़ थी. लेकिन बिक्री महज 7 करोड़ में हुई थी. ईडी इस बात का खुलासा भी कर चुकी है कि इस डील के तथाकथित जमीन मालिक बने प्रदीप बागची के खाते में महज कुछ लाख रु ही जमा कराए गये थे. जाहिर है कि अमित अग्रवाल से पूछताछ के बाद कई और सफेदपोश के जांच की जद में आने की संभावना जतायी जा रही है.