रांचीः झारखंड में अवैध खनन के जरिये 1000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा गिरफ्तार किए गए सीएम हेमंत सोरेन के प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को लेकर नया खुलासा हुआ है. साहिबगंज में गंगा नदी में हुए हादसे के बाद वहां के तत्कालीन कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को पंकज मिश्रा ने फोन कर पानी जहाज हादसे की रिपोर्ट को लेकर धमकी दी थी कि वे रिपोर्ट को लेकर ज्यादा उछल कूद ना मचाएं, ईडी ने पंकज मिश्रा और चंद्रमोहन कश्यप की बातचीत की पूरी ट्रांसस्क्रिप्ट ईडी कोर्ट को सौंपी है( ED Report In Sahibganj River Accident Case).
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क्या है पूरा मामलाः ईडी सूत्रों के अनुसार साहिबगंज में गंगा नदी में हुए हादसे के बाद सीएम के करीबी पंकज मिश्रा ने वहां के तत्कालीन कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को फोन कर धमकी दी थी. पंकज ने फोन कर कमिश्नर को कहा था कि वह डीसी साहिबगंज की रिपोर्ट पर ज्यादा सवाल जवाब न करें. ईडी ने अपनी जांच रिपोर्ट में इस बात का खुलासा किया है कि पंकज मिश्रा के मोबाइल नंबर 9835933904 को कानूनी तौर पर इंटरसेप्शन पर रखा गया था.
2 जून 2022 को मोबाइल फोन इंटरसेप्शन के दौरान ही पंकज मिश्रा के अपने प्रभाव और राजनीतिक शक्ति का दुरूपयोग करने का मामला सामने आया. इन्होंने दुमका कमिश्नर चंद्रमोहन कश्यप को फोन किया, फोन पर पंकज मिश्रा ने साफ तौर पर कहा कि वह साहिबगंज से मनिहार कटिहार की फेरी सर्विस को ऑपरेट करता है. पंकज मिश्रा ने हिदायत दी कि साहिबगंज डीसी रामनरेश यादव द्वारा दी गई रिपोर्ट पर ज्यादा सवाल जवाब न करें.
गौरतलब है कि मार्च 2022 में साहिबगंज से मनिहारी के बीच जलमार्ग से ले जाए जा रहे कई ट्रक डूब गए थे. तब नियम विरुद्ध तरीके से रात में फेरी सर्विस के संचालन का मामला सामने आया था. इस मामले में डीसी साहिबगंज ने अपनी रिपोर्ट दुमका कमिश्नर को भेजी थी.
ईडी ने कोर्ट को सौंपी है ट्रांसस्क्रिप्टः ईडी ने पंकज मिश्रा और चंद्रमोहन कश्यप की बातचीत की पूरी ट्रांसस्क्रिप्ट ईडी कोर्ट को सौंपी है. प्रॉसिक्यूसन कंप्लेन में ईडी ने इस बात का जिक्र भी किया है. साथ ही बताया है कि जिस तरह से पंकज मिश्रा ने कमिश्नर को फोन किया था, इससे यह स्पष्ट है कि वह फेरी सर्विस के जरिये अवैध तरीके से स्टोन चिप्स का परिवहन कराते थे. साथ ही फेरी सर्विस के संचालन पर भी पंकज मिश्रा का पूरा नियंत्रण था, वर्तमान में पंकज मिश्रा जेल में बंद हैं.