रांची: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुरुवार को होने वाली ईडी की पूछताछ (ED questioning CM Hemant Soren) के पहले राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. रांची स्थित मुख्यमंत्री आवास से लेकर बीजेपी ऑफिस तक में बैठकों का दौर जारी है. इन बैठकों में ईडी के समन से लेकर चुनाव आयोग की अनुशंसा पर राज्यपाल की ओर से संभावित कार्रवाई के मद्देनजर पैदा हुए पॉलिटिकल क्राइसिस के मद्देनजर रणनीति पर मंथन हो रहा है.
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इधर, राज्य के विभिन्न इलाकों से जेएमएम के हजारों कार्यकर्ता रांची के मोरहाबादी मैदान में इकट्ठा हो रहे हैं. पार्टी की रणनीति है कि जिस वक्त मुख्यमंत्री से ईडी की पूछताछ होगी, उस वक्त रांची में जोरदार शक्ति प्रदर्शन हो. बता दें कि ईडी ने राज्य में अवैध माइनिंग के जरिए एक हजार करोड़ रुपए की मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए 17 नवंबर को रांची एयरपोर्ट रोड स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने को कहा है.
इसके पहले उन्हें 3 नवंबर को पूछताछ के लिए समन भेजा गया था, लेकिन उन्होंने पूर्व से तय कार्यक्रमों में अपनी व्यस्तताओं का हवाला देते हुए ईडी से तीन हफ्ते का वक्त मांगा था. इसपर ईडी ने उन्हें तीन के बदले दो हफ्ते का वक्त दिया और दूसरी बार समन जारी कर 17 नवंबर की तारीख तय की गई है.
बताया जा रहा है कि सीएम से पूछताछ के लिए ईडी के ज्वायंट डायरेक्टर कपिल राज सहित कई बड़े अफसर रांची पहुंच रहे हैं. ईडी ने इस पूछताछ के मद्देनजर क्षेत्रीय कार्यालय और उसके बाहर पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने के लिए राज्य के पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखा है. मुख्यमंत्री के समर्थक और सत्ताधारी पार्टियों के कार्यकर्ता ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन कर सकते हैं. पुलिस मुख्यालय ने सुरक्षा की आवश्यक तैयारियां शुरू कर दी हैं.
अवैध माइनिंग के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री के विशेष प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को पहले ही गिरफ्तार किया है. पंकज मिश्रा के खिलाफ दायर चार्जशीट में ईडी ने उसे मिलने वाले राजनीतिक संरक्षण का विस्तार पूर्वक उल्लेख किया है.
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खनन घोटाले में साहिबगंज में छापेमारी के दौरान ईडी को पंकज मिश्रा के घर से एक लिफाफा मिला था. इसमें मुख्यमंत्री के बैंक खाते से जुड़ा चेक बुक था. इसमें से दो चेक बुक हस्ताक्षरित थे. हालांकि, इसमें राशि का उल्लेख नहीं किया गया था. ईडी की चार्जशीट के मुताबिक मुख्यमंत्री के नाम पर राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करते हुए अधिकारियों को कार्रवाई करने से रोका जाता था.
पंकज मिश्रा के अलावा प्रेम प्रकाश और कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल को भी गिरफ्तार किया गया है. इन दोनों ने भी पूछताछ में हेमंत सोरेन से अपने संबंधों के बारे में जानकारी दी है. माना जा रहा है कि इन्हीं तथ्यों के आधार पर मुख्यमंत्री से पूछताछ की जाएगी.
ईडी ने इसके पहले मनरेगा घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग में झारखंड की सीनियर आईएएस पूजा सिंघल को भी गिरफ्तार किया था. उनसे जुड़े सीए सुमन कुमार के ठिकाने से 17.49 करोड़ नकद मिले थे. ईडी को जांच के दौरान इस बात की जानकारी मिली थी कि इसमें अवैध खनन से मिली राशि भी शामिल है. पूछताछ के दौरान मुख्यमंत्री से इन सभी मुद्दों से जुड़े सवाल पूछे जा सकते हैं.
-आईएएनएस