नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 50 सवालों का एक सेट तैयार किया है (ED may ask 50 questions to Hemant Soren), सूत्रों के अनुसार ये सवाल झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछे जाएंगे, जिन्हें एजेंसी ने गुरुवार को झारखंड और बिहार में अवैध खनन और जबरन वसूली से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया है. ईडी लगभग 50 सवालों के साथ तैयार हैं. ईडी ने हाल ही में रांची की एक विशेष अदालत में सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के करीबी कहे जाने वाले बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी.
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ईडी ने पूछताछ से पहले झारखंड पुलिस को सुरक्षा के समुचित इंतजाम करने के लिए पत्र भी लिखा है. चार्जशीट पर कोर्ट पहले ही संज्ञान ले चुकी है. ईडी ने कहा कि मामले की जांच के दौरान, पूरे भारत में कई तारीखों पर 47 तलाशी ली गईं, जिसके परिणामस्वरूप 5.34 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई, 13.32 करोड़ रुपये की बैंक शेष राशि को फ्रीज किया गया, एक अंतर्देशीय जहाज को फ्रीज किया गया, 5 स्टोन क्रशर, दो हाइवा ट्रक के अलावा दो एके-47 असॉल्ट राइफल के साथ आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए.
इससे पहले ईडी ने पंकज मिश्रा, बच्चू यादव और प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार किया था. आरोपी फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं. ईडी ने मिश्रा और अन्य के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत साहिबगंज जिले के बरहरवा पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की. बाद में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, शस्त्र अधिनियम, अवैध खनन के संबंध में कई एफआईआर को भी जोड़ा गया.
अब तक, ईडी ने इस मामले में अवैध खनन से संबंधित अपराध की 1,000 करोड़ रुपये से अधिक की आय की पहचान की है. जांच में खुलासा हुआ कि मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि होने के नाते राजनीतिक दबदबे वाले मिश्रा अपने साथियों के माध्यम से साहिबगंज और उसके आसपास के इलाकों में अवैध खनन कारोबार के साथ-साथ अंतर्देशीय नौका सेवाओं को नियंत्रित करते हैं.
ईडी अधिकारी ने कहा- वह स्टोन चिप्स और बोल्डर के खनन के साथ-साथ साहिबगंज में विभिन्न खनन स्थलों पर स्थापित कई क्रशरों की स्थापना और संचालन पर काफी नियंत्रण रखता है. मिश्रा द्वारा अर्जित 42 करोड़ रुपये की अपराध की आय की अब तक पहचान की जा चुकी है.