रांची: ईडी ने बुधवार को रांची बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा के जेलर नसीम खान से सात घंटों से अधिक पूछताछ की. आपको बता दे कि जेल में बंद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल को जेल में मदद पहुंचाने और वहां से गवाहों को धमकी देने, ईडी के अफसरों को फर्जी मुकदमों में फंसाने की साजिश रचने के मामले में जेल अधिकारियों से पूछताछ हो रही है.
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बुधवार को ईडी ने जेलर नसीम खान से जेल में बंद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपियों को मोबाइल फोन की सुविधा देने से जुड़े सवाल पूछे. वहीं ईडी के अधिकारियों ने पूछा कि जब कैदियों ने प्रेम प्रकाश और अन्य संदिग्धों की गतिविधि को लेकर एजेंसी समेत अन्य जगहों पर पत्र लिखे थे, तब उन पत्रों को क्यों बाहर नहीं आने दिया गया. किसके दबाव में जेल प्रशासन काम कर रहा था, यह सवाल जेलर से ईडी ने पूछा. हालांकि नसीम खान ईडी के किसी सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए.
सीसीटीवी फुटेज डिलिट किए जाने के विषय में भी पूछताछ: ईडी ने जेलर नसीम खान से सीसीटीवी फुटेज डिलिट होने के विषय में भी पूछताछ की. हालांकि जेलर ने इस सवाल के जवाब में क्या कहा, इसकी जानकारी नहीं मिल पायी है. ईडी अब इन सारी पहलुओं पर ही जेल अधीक्षक का बयान लेगी.
तीनों जेल अफसरों-कर्मियों के बयान का होगा मिलान: ईडी ने सात नवंबर को जेल के बड़ा बाबू दानिश से पूछताछ की थी. दानिश के बाद जेलर नसीम खान का पीएमएलए 50 के तहत बयान दर्ज किया गया. दानिश पर कैदियों को अपनी फोन पर गवाहों से बातचीत का आरोप है. जेल अधीक्षक हामिद अख्तर से पूछताछ पूरी करने के बाद एजेंसी के जांच पदाधिकारी तीनों जेल अफसरों के बयान का मिलान करेंगे. ईडी से पूछताछ में जेलर ने हथियार के लाइसेंस लेने की बात स्वीकार की है. प्रेम प्रकाश की पैरवी पर ही जेल अधीक्षक व जेलर के द्वारा आर्म्स लाइसेंस जारी होने की बात सामने आयी है.