रांचीः झारखंड के बड़े शराब कारोबारी योगेंद्र तिवारी से शनिवार को ईडी ने लंबी पूछताछ की. ईडी ने समन कर योगेंद्र तिवारी और उसके भाई अमरेंद्र तिवारी को एजेंसी के दफ्तर बुलाया था. जिसके बाद शनिवार दोपहर योगेंद्र तिवारी ईडी के रांची जोनल ऑफिस पहुंचा, जबकि अमरेंद्र तिवारी ने पिता की तबीयत खराब होने की बात कह ईडी से वक्त मांग लिया.
ईडी ने मांगे दस्तावेजः शनिवार को पूछताछ के दौरान ईडी ने योगेंद्र तिवारी से उसकी कंपनियों से जुड़े दस्तावेज मांगे हैं. योगेंद्र तिवारी के यहां जब ईडी ने छापेमारी की थी, तब उससे जुड़ी कई कंपनियों के कागजात गायब थे. ऐसे में ईडी ने सारे दस्तावेज मांगे हैं. वहीं आश्रितों की चल-अचल संपत्ति, उनके कारोबार, निवेश, ऋण की जानकारी भी एजेंसी ने मांगी है. पूछताछ के दौरान ईडी ने शराब के थोक कारोबार में शामिल कंपनियों और उनके खातों में आए करोड़ों रुपए के विषय में भी पूछताछ की. गौरतलब हो कि 23 व 24 अगस्त को ईडी ने योगेंद्र और अमरेंद्र तिवारी के ठिकाने और फर्म में साझेदार रहे लोगों के ठिकाने पर छापेमारी की थी .
अनुश्री भी नहीं हुई उपस्थितः वहीं दूसरी तरफ चेशायर होम रोड जमीन डील में जेल में बंद कारोबारी विष्णु अग्रवाल की पत्नी अनुश्री अग्रवाल शनिवार को ईडी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित नहीं हुईं. जमीन घोटाले में ईडी ने अनुश्री को तलब किया था. ईडी उन्हें नए सिरे से फिर समन करेगी. पूर्व में भी ईडी उनसे पूछताछ कर चुकी है.
सुनील यादव को अवैध खनन केस में भेजा गया जेलः साहिबगंज में हुए 1000 करोड़ के अवैध खनन के केस में आरोपी सुनील यादव को ईडी ने जेल भेज दिया है. साहिबगंज के जिला परिषद उपाध्यक्ष सुनील यादव बीते साल के जुलाई महीने से अंडरग्राउंड था. सुनील का भाई दाहू यादव अवैध खनन केस में आरोपी है. सुनील को शुक्रवार को साहिबगंज पुलिस ने गैरजमानती वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया था. साहिबगंज पुलिस शनिवार को आरोपी को लेकर रांची पहुंची थी. जिसके बाद उसे जेल भेज दिया गया. ईडी अब सुनील यादव को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन देगी.