रांची: जिस रवि केजरीवाल पर हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगा था. उसी रवि केजरीवाल से लगभग पांच घंटे तक ईडी ने पूछताछ की है. ईडी के समन पर केजरीवाल रविवार को दोपहर ईडी दफ्तर पहुंचे, जहां उनसे पूछताछ की गई. पूछताछ के बाद जब केजरीवाल ईडी की दफ्तर से बाहर निकले तो मीडिया ने उन्हें घेर लिया. लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का कोई जवाब नहीं दिया. सूत्रों के अनुसार उनसे शेल कंपनियों से जुड़े मामलों में पूछताछ की गई है.
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शेल कंपनी को लेकर ईडी कर रही पूछताछ: पिछले कुछ वर्षों में शेल कंपनी खोल कर ब्लैक मनी को वाइट करने का एक नायाब तरीका चल पड़ा है. जब रवि केजरीवाल जेएमएम के साथ थे तो यह आरोप लगाते रहे कि शेल कंपनी के काम में रवि केजरीवाल को महारथ हासिल है. माना जा रहा है कि पूजा सिंघल के गिरफ्तारी के बाद शेल कंपनियों को लेकर कई चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई है यही वजह है कि ईडी की टीम ने रवि केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया है.
बेहद करीबी थे सोरेन परिवार के केजरीवाल: जिस रवि केजरीवाल से ईडी पूछताछ कर रही है वो और उनका पूरा परिवार शिबू सोरेन का करीबी रहा है, लेकिन कुछ महीने पहले ही रवि केजरीवाल पर कई तरह के आरोप लगा लार उन्हें पार्टी के ट्रेजरर के पद से हटाते हुए जेएमएम से भी निकाल दिया गया था. रवि केजरीवाल जेएमएम पार्टी में लंबे समय तक कोषाध्यक्ष की जिम्मेदारी निभाई है. रवि केजरीवाल हेमंत सोरेन की पहली 14 महीने की सरकार में सीएम के साथ साये की तरह रहते थे. सरकार में भी रवि केजरीवाल की तूती बोला करती थी, लेकिन 2019 में जब झामुमो ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनाई तो केजरीवाल हाशिए पर चले गए. यहां तक की उनको पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखा दिया गया और सरकार के खिलाफ साजिश रचने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज करवा दी गई.