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ED की एक और कार्रवाई, ब्यूरोक्रेसी में मची खलबली, बाबूलाल की अफसरों को नसीहत, सरयू दिखा रहे हैं नया रास्ता

झारखंड में ईडी की कार्रवाई (ED action in Jharkhand) से राजनीति गरमाई हुई है. गुरुवार को ईडी ने दो लोगों से पूछताछ की. माना जा रहा है कि ये दोनों पंकज मिश्रा का करीबी हैं. सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा फिलहाल पुलिस हिरासत में रिम्स में इलाज करा रहे हैं. उनकी गतिविधियों को लेकर नेताओं के ट्वीट सामने आ रहे हैं.

ED interrogated close to Pankaj Mishra
ED interrogated close to Pankaj Mishra
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Published : Oct 20, 2022, 8:38 PM IST

रांची: झारखंड में मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन मामले की जांच कर रही ईडी की गुरुवार की कार्रवाई (ED action in Jharkhand) से पूरे ब्यूरोक्रेसी में खलबली मची हुई है. सभी यही जानना चाह रहे हैं कि ईडी जिन दो लोगों से पूछताछ की है, उनके नाम क्या हैं. उन दोनों का पंकज मिश्रा से क्या कनेक्शन (ED interrogated close to Pankaj Mishra) है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों शख्स के नाम के बाद यादव और पंडित शब्द लगा हुआ है. दोनों के पंकज मिश्रा से कनेक्शन के सवाल का जवाब बाबूलाल मरांडी के ट्वीट में मिल जाएगा. बाबूलाल मरांडी का दावा है कि दोनों शख्स पंकज मिश्रा के ड्राइवर हैं. ईडी के केस में जेल में बंद कैदी पंकज मिश्रा रिम्स में इलाजरत हैं. वह रिम्स कॉटेज से अपने दो ड्राइवरों के मोबाइल के जरिए 11 छोटे-बड़े अफसरों से संपर्क बनाए हुए थे. उनके सारे डिटेल और कुछ के वॉयस रिकार्डिंग ईडी के हाथ लग गया है.

ये भी पढ़ें- रांची में दारोगा की पिटाई! बाबूलाल मरांडी के ट्वीट से मची खलबली, अबतक गिरफ्तारी नहीं, आखिर क्या है पूरा मामला

लगे हाथ बाबूलाल मरांडी ने एक नसीहत वाला भी ट्वीट दागा है. उन्होंने अफसरों को नसीहत देते हुए लिखा है कि समझ में नहीं आता कि ऐसे कुछ अधिकारी आखिर थोड़े लालच में गलत और गैर कानूनी काम कर अपने एवं अपने बाल बच्चों का भविष्य क्यों बर्बाद कर रहे हैं. मैं ऐसे अधिकारियों से विनम्र अपील करता हूं कि वे भ्रष्ट सत्ता की राक्षसी स्वार्थ पूर्ति का औजार नहीं बनें और कानून समत काम करें.

अब सवाल है कि जिन 11 छोट-बड़े अफसरों से रिम्स कॉटेज से बात की गई है वो सभी कौन हैं. किससे कितनी देर बात हुई है. अगर वॉयस रिकार्डिंग है तो उसमें क्या कुछ है. इसका जवाब सिर्फ ईडी के पास है. लेकिन एक बात साफ है कि पंकज मिश्रा मामले में ईडी खुद कोर्ट को बता चुकी है कि उसके फोन को इंटरसेप्ट किया गया था. इसकी वजह से केस को मजबूत करने वाले कई तथ्य हाथ लगे थे. संभव है कि उसी आधार पर 11 छोटे-बड़े अफसरों के नाम की चर्चा हो रही है.

खास बात है कि ईडी की इस कार्रवाई पर सरयू राय ने भी ईडी को सुझाव देते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि रिम्स के कैदी वार्ड में भर्ती ईडी अभियुक्त झारखंड सरकार के वरीय अधिकारियों के साथ लगातार फोन पर संपर्क में हैं. दो निजी व्यक्ति अपने फोन से इनकी बातचीत करा रहे हैं. यही स्थिति होटवार के कैदी वार्ड 11A की है. 3R में से कोई न कोई यहां के दो बंदियों से रोज बात कर रहा है. ईडी देखे.

अब आप जानना चाहेंगे कि आखिर 3R क्या है. सरयू राय किस तरफ निशाना लगा रहे हैं. इसका जवाब फिलहाल इतना है कि एक आर मतलब राजनेता से है. दूसरे आर का मतलब एक फॉर्मर ब्यूरोक्रेट से है और तीसरे आर का मतलब एक बड़े ठेकेदार से है. अब ईडी को पता करना है कि इन 3R में कौन है जो दो कैदियों से रोज बातें कर रहा है. सूत्र बता रहे हैं कि बहुत जल्द बड़े-बड़े प्रशासनिक कद वाले ईडी ऑफिस में हाजिरी लगाते नजर आने वाले हैं.

रांची: झारखंड में मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध खनन मामले की जांच कर रही ईडी की गुरुवार की कार्रवाई (ED action in Jharkhand) से पूरे ब्यूरोक्रेसी में खलबली मची हुई है. सभी यही जानना चाह रहे हैं कि ईडी जिन दो लोगों से पूछताछ की है, उनके नाम क्या हैं. उन दोनों का पंकज मिश्रा से क्या कनेक्शन (ED interrogated close to Pankaj Mishra) है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों शख्स के नाम के बाद यादव और पंडित शब्द लगा हुआ है. दोनों के पंकज मिश्रा से कनेक्शन के सवाल का जवाब बाबूलाल मरांडी के ट्वीट में मिल जाएगा. बाबूलाल मरांडी का दावा है कि दोनों शख्स पंकज मिश्रा के ड्राइवर हैं. ईडी के केस में जेल में बंद कैदी पंकज मिश्रा रिम्स में इलाजरत हैं. वह रिम्स कॉटेज से अपने दो ड्राइवरों के मोबाइल के जरिए 11 छोटे-बड़े अफसरों से संपर्क बनाए हुए थे. उनके सारे डिटेल और कुछ के वॉयस रिकार्डिंग ईडी के हाथ लग गया है.

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लगे हाथ बाबूलाल मरांडी ने एक नसीहत वाला भी ट्वीट दागा है. उन्होंने अफसरों को नसीहत देते हुए लिखा है कि समझ में नहीं आता कि ऐसे कुछ अधिकारी आखिर थोड़े लालच में गलत और गैर कानूनी काम कर अपने एवं अपने बाल बच्चों का भविष्य क्यों बर्बाद कर रहे हैं. मैं ऐसे अधिकारियों से विनम्र अपील करता हूं कि वे भ्रष्ट सत्ता की राक्षसी स्वार्थ पूर्ति का औजार नहीं बनें और कानून समत काम करें.

अब सवाल है कि जिन 11 छोट-बड़े अफसरों से रिम्स कॉटेज से बात की गई है वो सभी कौन हैं. किससे कितनी देर बात हुई है. अगर वॉयस रिकार्डिंग है तो उसमें क्या कुछ है. इसका जवाब सिर्फ ईडी के पास है. लेकिन एक बात साफ है कि पंकज मिश्रा मामले में ईडी खुद कोर्ट को बता चुकी है कि उसके फोन को इंटरसेप्ट किया गया था. इसकी वजह से केस को मजबूत करने वाले कई तथ्य हाथ लगे थे. संभव है कि उसी आधार पर 11 छोटे-बड़े अफसरों के नाम की चर्चा हो रही है.

खास बात है कि ईडी की इस कार्रवाई पर सरयू राय ने भी ईडी को सुझाव देते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि रिम्स के कैदी वार्ड में भर्ती ईडी अभियुक्त झारखंड सरकार के वरीय अधिकारियों के साथ लगातार फोन पर संपर्क में हैं. दो निजी व्यक्ति अपने फोन से इनकी बातचीत करा रहे हैं. यही स्थिति होटवार के कैदी वार्ड 11A की है. 3R में से कोई न कोई यहां के दो बंदियों से रोज बात कर रहा है. ईडी देखे.

अब आप जानना चाहेंगे कि आखिर 3R क्या है. सरयू राय किस तरफ निशाना लगा रहे हैं. इसका जवाब फिलहाल इतना है कि एक आर मतलब राजनेता से है. दूसरे आर का मतलब एक फॉर्मर ब्यूरोक्रेट से है और तीसरे आर का मतलब एक बड़े ठेकेदार से है. अब ईडी को पता करना है कि इन 3R में कौन है जो दो कैदियों से रोज बातें कर रहा है. सूत्र बता रहे हैं कि बहुत जल्द बड़े-बड़े प्रशासनिक कद वाले ईडी ऑफिस में हाजिरी लगाते नजर आने वाले हैं.

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