रांची: ईडी के अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने, जेल में बंद आरोपियों को कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाने और ईडी के गवाहों को धमकाने के मामले में मंगलवार को रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के बड़ा बाबू दानिश से ईडी ने लंबी पूछताछ की. दानिश ने कई मामलों में अपनी संलिप्तता भी ईडी के सामने स्वीकार की है.
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मंगलवार को ईडी ने दानिश से लगभग नौ घंटे तक पूछताछ की. दिन के 11 बजे के करीब दानिश ईडी के जोनल कार्यालय पहुंचे थे. ईडी ने जेल में बंद मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी प्रेम प्रकाश, अमित अग्रवाल समेत अन्य को सुविधाएं देने के आरोप में दानिश से सवाल पूछे. पूछताछ के दौरान दानिश ने यह कबूल किया कि आरोपियों ने उसके मोबाइल का प्रयोग किया था. दानिश के मोबाइल फोन से ही ईडी के गवाहों को धमकी दी गई थी. इस बाबत पूछे जाने पर दानिश ने स्वीकार किया है कि जेल अफसरों के कहने पर उसने अपना पोन आरोपियों को दिया था.
ईडी के गवाहों ने भी धमकी मिलने के बाद दानिश का ही नंबर ही ईडी को दिया था. ईडी अब दानिश के जब्त मोबाइल का डाटा का रिकवरी कराएगी, इसके साथ ही दानिश के मोबाइल का फोरेंसिक जांच भी कराएगी.
मंगलवार को होगी जेलर से पूछताछ: वहीं अब बुधवार को ईडी के आरोपियों को जेल में सुविधाएं मुहैया कराने. गवाहों को प्रभावित करने से जुड़े मामले में ईडी रांची जेल के जेलर नसीम से पूछताछ करेगी. जबकि जेल अधीक्षक हामिद अख्तर से गुरुवार को पूछताछ होगी. ईडी की जांच में यह बात सामने आयी है कि प्रेम प्रकाश के प्रभाव में रांची जिले से दोनों जेल अधिकारियों को आर्म्स का लाइसेंस भी जारी हुआ था. वहीं जेल के अलग अलग लोगों को प्रेम प्रकाश ने उनकी जरूरतें पूरी करा,उनका इस्तेमाल भी किया.