रांची: रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के बड़ा बाबू दानिश से ईडी दफ्तर में पूछताछ शुरू हो गई है. जेल से ईडी अफसरों के खिलाफ साजिश रचने के मामले में कौन-कौन कैदी शामिल थे और उसमें जेल के बड़ा बाबू सहित अन्य जेल के अफसरों और कर्मियों क्या रोल क्या था इस संबंध दानिश से पूछताछ की जा रही है.
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गौरतलब है कि सोमवार को ईडी ने रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार के जेल सुपरिटेंडेंट, जेलर और क्लर्क को पूछताछ के लिए समन जारी किया गया था. जेल सुपरिंटेंडेंट हामिद अख्तर को 9 नवंबर, जेलर नसीम को 8 नवंबर और क्लर्क दानिश को 7 नवंबर को ईडी के दफ्तर में हाजिर होने का नोटिस दिया गया है.
दानिश की भूमिका है संदेहास्पदः ईडी को यह जानकारी मिली है कि रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में बंद वीआईपी कैदी जो अवैध खनन सहित दूसरे घोटाले के आरोपी हैं उन लोगों ने जेल अफसरों और कर्मियों से मिलकर ईडी अधिकारियों के खिलाफ साजिश रची थी. रांची जेल के बड़ा बाबू दानिश पर गंभीर आरोप हैं. आरोप है कि दानिश के मोबाइल के जरिए ही मनी लॉन्ड्रिंग के गवाहों को धमकाया जा रहा था. इस मामले ईडी के द्वारा दानिश से पूछताछ की जा रही है.
जेल से मिली थी ईडी को शिकायतः रांची जेल से कई कैदियों ने प्रेम प्रकाश के खिलाफ शिकायत ईडी और सरकार से की थी, लेकिन प्रेम प्रकाश को जेल में आई फोन समेत अन्य सुविधाएं मिलने की जानकारी से जुड़ा बंदी पत्र जेल प्रशासन ने कभी एजेंसियों तक पहुंचने ही नहीं दिया. जिन कैदियों ने एजेंसी से शिकायत की थी, जब वह जेल से बाहर निकले तब उन्होंने सशरीर हाजिर होकर एजेंसी को सारी बातें बताई.
जेल से बाहर निकले कैदियों ने ईडी को बताया है कि जेल के अफसरों और कर्मियों का फायदा उठाने की नीयत से प्रेम प्रकाश ने सभी का इस्तेमाल किया. जेल में प्रेम प्रकाश को सभी सुविधाएं दी जाती थीं. बदले में प्रेम प्रकाश ने जेल अधिकारियों के आर्म्स का लाइसेंस करवाया था और उनकी आर्थिक मदद भी की .