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झारखंड में हुए घोटालों पर ईडी का कसता शिकंजा, पूर्व सीएम से लेकर IAS तक को किया गिरफ्तार

पिछले एक साल से झारखंड में ईडी विभिन्न मामलों में जांच और कार्रवाई कर रही है. इस दौरान कई प्रभावशाली लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. ईडी की जांच में मनरेगा घोटाला, अवैध खनन होते हुए जमीन घोटाले तक पहुंच गया है.

ED Action In Jharkhand
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Published : May 6, 2023, 6:08 PM IST

Updated : May 6, 2023, 9:14 PM IST

रांची: साल 2022, मई माह की छह तारीख, यह वह तारीख थी जिस दिन ईडी ने मधु कोड़ा प्रकरण के बाद झारखंड में एक बड़ी दबिश दी थी. छह मई 2022 को ईडी की टीम ने एक साथ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके करीबियों के 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी. छह मई से ईडी की कार्रवाई का सिलसिला जो शुरू हुआ, वह अभी भी जारी है. पांच मई 2023 को इसी कड़ी में झारखंड का एक और आईएएस अधिकारी सलाखों के पीछे पहुंच गया है. जमीन घोटाले में रांची के पूर्व डीसी आईएएस अधिकारी छवि रंजन गिरफ्तार हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें-मधु कोड़ा के मनी लॉन्ड्रिंग मामला, तत्कालीन इनकम टैक्स अधिकारी ने दी गवाही

खुल रही है घोटालों की परत-दर-परत: मनरेगा घोटाला, अवैध खनन और जमीन घोटाला यह तीन ऐसे बड़े घोटाले हैं, जिससे पिछले एक साल से झारखंड देशभर में सुर्खियों में है. आज ही के दिन यानी छह मई 2022 को प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में मनरेगा घोटाले से जुड़े केस में जांच शुरू की थी और अब यह सिलसिला अवैध खनन और जमीन घोटाले तक जा पहुंचा है. पिछले एक साल के दौरान ईडी की जांच की जद में राज्य के मुख्यमंत्री, आईएएस अधिकारी, इंजीनियर, कारोबारी, बड़े राजनेता और जमीन दलाल तक आ गए हैं. आंकड़ों की अगर बात करें तो पिछले एक साल में ईडी ने 102 ठिकानों पर अब तक छापेमारी कर कार्रवाई की है. साथ ही पिछले एक साल के दौरान 155 करोड़ की संपत्ति भी ईडी जब्त कर चुकी है, जबकि 40 बेहद प्रभावशाली व्यक्तियों से एजेंसी पूछताछ भी कर चुकी है.

कैसे शुरू हुई ईडी की दबिश:झारखंड में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी उस समय चर्चा में आई थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और उनके कुनबे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी. उस दौरान मधु कोड़ा कैबिनेट के अधिकांश मंत्री सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए मामले में बड़ा घोटाला भी सामने निकल कर आया. जिसकी जांच अभी भी चल ही रही है. वहीं कोड़ा प्रकरण की जांच पूरी भी नहीं हुई थी कि छह मई 2022 को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल और उनके करीबियों के यहां ईडी ने एक साथ रेड की. इस छापेमारी ने ना सिर्फ झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया, बल्कि नौकरशाही को भी बेहद प्रभावित किया. मामले में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को निलंबित किया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया. फिलहाल पूजा सिंघल जेल में हैं . गिरफ्तारियों का सिलसिला यहीं नहीं रुका. पूजा सिंघल का सीए सुमन कुमार, सीएम हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा, सत्ता का पावर ब्रोकर कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश तक को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया. इसी कड़ी में जांच की दिशा ग्रामीण विकास विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम तक भी पहुंची. मामले में वीरेंद्र राम और उनके परिचितों के यहां छापेमारी हुई. जिसमें करोड़ों रुपए बरामद हुए और आखिरकार वीरेंद्र राम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

जमीन घोटाले की शुरू हुई जांच: छह मई 2022 से शुरू हुई मनरेगा घोटाले की जांच अवैध खनन की तरफ बढ़ा और उसके बाद जमीन घोटाले की तरफ मुड़ गया. रांची नगर निगम के टैक्स क्लेक्टर दिलीप शर्मा ने चार जून 2022 को बरियातू थाने में केस दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने शिकायत की थी कि फर्जी आधार कार्ड, इलेक्ट्रिसिटी बिल के जरिए प्रदीप बागची नाम के व्यक्ति ने दो होल्डिंग नंबर 4.55 एकड़ जमीन की ले ली गई है, तब मामूली माने जाने वाली इस एफआईआर के आधार पर ही अब न सिर्फ रांची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन की गिरफ्तारी हो गई, बल्कि अरबों के जमीन घोटाले का भी पर्दाफाश हुआ है. ईडी ने बरियातू थाने में दर्ज केस के आधार पर ईसीआईआर दर्ज किया था. ईडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि जमीन संबंधी विभाग के अधिकारियों, नौकरशाहों, जमीन माफियाओं और राजनीतिज्ञों के सिंडिकेट ने बड़े घोटाले को अंजाम दिया. तब सत्ता के गलियारे में चर्चित पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश और सत्ता के करीबी कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल भी मास्टरमाइंड की भूमिका इन सब मे प्रमुख तौर पर रही. जमीन घोटाले में अब तक आईएएस अधिकारी छवि रंजन सहित कुल आठ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.

ये भी पढ़ें-Ranchi News: छह दिन तक ईडी रिमांड पर छवि रंजन, 12 मई तक होगी पूछताछ

आंकड़ों में जानें ईडी ने कब किस मामले में की कार्रवाई

  1. छह मई को 2022ः पूजा सिंघल और उनके करीबियों के यहां छापेमारी. पूजा सिंघल के सीए की आवास से 19.31 करोड़ नगद बरामद, सात मई को सीए सुमन गिरफ्तार, 11 मई 2022 को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
  2. 24 मई 2022ः मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के रिश्तेदार निशित केसरी और कारोबारी विशाल चौधरी के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी.
  3. आठ जुलाई 2022ः मुख्यमंत्री के करीबी नेता पंकज मिश्रा और उनके 14 करीबियों के 20 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी. इस दौरान अवैध खनन से जुड़े सबूत हाथ लगे और तीन करोड़ रुपए नगद भी बरामद हुए.
  4. 15 जुलाई 2022ः पंकज मिश्रा और उनके सहयोगी के बैंक के अकाउंट में रखे लगभग 12 करोड़ फ्रिज कर दिए गए.
  5. 19 जुलाई 2022ः पंकज मिश्रा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
  6. 24 अगस्त 2022ः सत्ता के बेहद करीबी और पावर ब्रोकर कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश के घर और दफ्तर में ईडी की छापेमारी .इस दौरान प्रेम प्रकाश के घर से दो एके-47 बरामद हुए जो सरकारी सुरक्षा कर्मियों के थे.
  7. 25 अगस्त 2022ः प्रेम प्रकाश को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
  8. 22 फरवरी 2023ः मनरेगा घोटाले में ग्रामीण विकास विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी. वहीं 23 फरवरी को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया गया. आठ दिन बाद उनके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
  9. 26 अप्रैल 2023ः आईएएस अधिकारी छवि रंजन और उनके करीबियों के यहां छापेमारी की गई. जमीन घोटाले का जिन्न बाहर निकला और कुल सात लोग गिरफ्तार कर लिए गए. जिनमें अंचल कर्मी, जमीन दलाल और भू-माफिया शामिल थे.
  10. चार मई 2023ः जमीन घोटाले मामले में रांची के पूर्व डीसी और तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के सचिव निरंजन को गिरफ्तार कर लिया गया.

रांची: साल 2022, मई माह की छह तारीख, यह वह तारीख थी जिस दिन ईडी ने मधु कोड़ा प्रकरण के बाद झारखंड में एक बड़ी दबिश दी थी. छह मई 2022 को ईडी की टीम ने एक साथ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और उनके करीबियों के 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी. छह मई से ईडी की कार्रवाई का सिलसिला जो शुरू हुआ, वह अभी भी जारी है. पांच मई 2023 को इसी कड़ी में झारखंड का एक और आईएएस अधिकारी सलाखों के पीछे पहुंच गया है. जमीन घोटाले में रांची के पूर्व डीसी आईएएस अधिकारी छवि रंजन गिरफ्तार हो चुके हैं.

ये भी पढ़ें-मधु कोड़ा के मनी लॉन्ड्रिंग मामला, तत्कालीन इनकम टैक्स अधिकारी ने दी गवाही

खुल रही है घोटालों की परत-दर-परत: मनरेगा घोटाला, अवैध खनन और जमीन घोटाला यह तीन ऐसे बड़े घोटाले हैं, जिससे पिछले एक साल से झारखंड देशभर में सुर्खियों में है. आज ही के दिन यानी छह मई 2022 को प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड में मनरेगा घोटाले से जुड़े केस में जांच शुरू की थी और अब यह सिलसिला अवैध खनन और जमीन घोटाले तक जा पहुंचा है. पिछले एक साल के दौरान ईडी की जांच की जद में राज्य के मुख्यमंत्री, आईएएस अधिकारी, इंजीनियर, कारोबारी, बड़े राजनेता और जमीन दलाल तक आ गए हैं. आंकड़ों की अगर बात करें तो पिछले एक साल में ईडी ने 102 ठिकानों पर अब तक छापेमारी कर कार्रवाई की है. साथ ही पिछले एक साल के दौरान 155 करोड़ की संपत्ति भी ईडी जब्त कर चुकी है, जबकि 40 बेहद प्रभावशाली व्यक्तियों से एजेंसी पूछताछ भी कर चुकी है.

कैसे शुरू हुई ईडी की दबिश:झारखंड में केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी उस समय चर्चा में आई थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और उनके कुनबे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई थी. उस दौरान मधु कोड़ा कैबिनेट के अधिकांश मंत्री सलाखों के पीछे पहुंचा दिए गए मामले में बड़ा घोटाला भी सामने निकल कर आया. जिसकी जांच अभी भी चल ही रही है. वहीं कोड़ा प्रकरण की जांच पूरी भी नहीं हुई थी कि छह मई 2022 को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल और उनके करीबियों के यहां ईडी ने एक साथ रेड की. इस छापेमारी ने ना सिर्फ झारखंड की राजनीति में भूचाल ला दिया, बल्कि नौकरशाही को भी बेहद प्रभावित किया. मामले में आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को निलंबित किया गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया. फिलहाल पूजा सिंघल जेल में हैं . गिरफ्तारियों का सिलसिला यहीं नहीं रुका. पूजा सिंघल का सीए सुमन कुमार, सीएम हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा, सत्ता का पावर ब्रोकर कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश तक को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया. इसी कड़ी में जांच की दिशा ग्रामीण विकास विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम तक भी पहुंची. मामले में वीरेंद्र राम और उनके परिचितों के यहां छापेमारी हुई. जिसमें करोड़ों रुपए बरामद हुए और आखिरकार वीरेंद्र राम को भी गिरफ्तार कर लिया गया है.

जमीन घोटाले की शुरू हुई जांच: छह मई 2022 से शुरू हुई मनरेगा घोटाले की जांच अवैध खनन की तरफ बढ़ा और उसके बाद जमीन घोटाले की तरफ मुड़ गया. रांची नगर निगम के टैक्स क्लेक्टर दिलीप शर्मा ने चार जून 2022 को बरियातू थाने में केस दर्ज कराया था. जिसमें उन्होंने शिकायत की थी कि फर्जी आधार कार्ड, इलेक्ट्रिसिटी बिल के जरिए प्रदीप बागची नाम के व्यक्ति ने दो होल्डिंग नंबर 4.55 एकड़ जमीन की ले ली गई है, तब मामूली माने जाने वाली इस एफआईआर के आधार पर ही अब न सिर्फ रांची के तत्कालीन डीसी छवि रंजन की गिरफ्तारी हो गई, बल्कि अरबों के जमीन घोटाले का भी पर्दाफाश हुआ है. ईडी ने बरियातू थाने में दर्ज केस के आधार पर ईसीआईआर दर्ज किया था. ईडी की रिपोर्ट में बताया गया है कि जमीन संबंधी विभाग के अधिकारियों, नौकरशाहों, जमीन माफियाओं और राजनीतिज्ञों के सिंडिकेट ने बड़े घोटाले को अंजाम दिया. तब सत्ता के गलियारे में चर्चित पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश और सत्ता के करीबी कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल भी मास्टरमाइंड की भूमिका इन सब मे प्रमुख तौर पर रही. जमीन घोटाले में अब तक आईएएस अधिकारी छवि रंजन सहित कुल आठ गिरफ्तारियां हो चुकी हैं.

ये भी पढ़ें-Ranchi News: छह दिन तक ईडी रिमांड पर छवि रंजन, 12 मई तक होगी पूछताछ

आंकड़ों में जानें ईडी ने कब किस मामले में की कार्रवाई

  1. छह मई को 2022ः पूजा सिंघल और उनके करीबियों के यहां छापेमारी. पूजा सिंघल के सीए की आवास से 19.31 करोड़ नगद बरामद, सात मई को सीए सुमन गिरफ्तार, 11 मई 2022 को तत्कालीन खान सचिव पूजा सिंघल को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
  2. 24 मई 2022ः मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के रिश्तेदार निशित केसरी और कारोबारी विशाल चौधरी के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी.
  3. आठ जुलाई 2022ः मुख्यमंत्री के करीबी नेता पंकज मिश्रा और उनके 14 करीबियों के 20 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी. इस दौरान अवैध खनन से जुड़े सबूत हाथ लगे और तीन करोड़ रुपए नगद भी बरामद हुए.
  4. 15 जुलाई 2022ः पंकज मिश्रा और उनके सहयोगी के बैंक के अकाउंट में रखे लगभग 12 करोड़ फ्रिज कर दिए गए.
  5. 19 जुलाई 2022ः पंकज मिश्रा को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
  6. 24 अगस्त 2022ः सत्ता के बेहद करीबी और पावर ब्रोकर कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश के घर और दफ्तर में ईडी की छापेमारी .इस दौरान प्रेम प्रकाश के घर से दो एके-47 बरामद हुए जो सरकारी सुरक्षा कर्मियों के थे.
  7. 25 अगस्त 2022ः प्रेम प्रकाश को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया.
  8. 22 फरवरी 2023ः मनरेगा घोटाले में ग्रामीण विकास विभाग के तत्कालीन चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी. वहीं 23 फरवरी को वीरेंद्र राम को गिरफ्तार कर लिया गया. आठ दिन बाद उनके भाई को भी गिरफ्तार कर लिया गया.
  9. 26 अप्रैल 2023ः आईएएस अधिकारी छवि रंजन और उनके करीबियों के यहां छापेमारी की गई. जमीन घोटाले का जिन्न बाहर निकला और कुल सात लोग गिरफ्तार कर लिए गए. जिनमें अंचल कर्मी, जमीन दलाल और भू-माफिया शामिल थे.
  10. चार मई 2023ः जमीन घोटाले मामले में रांची के पूर्व डीसी और तत्कालीन समाज कल्याण विभाग के सचिव निरंजन को गिरफ्तार कर लिया गया.
Last Updated : May 6, 2023, 9:14 PM IST
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