रांचीः विश्वविद्यालयों में कोरोना के मद्देनजर ऑनलाइन परीक्षाओं पर जोर दिया गया है. इसी कड़ी में रांची के डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में परीक्षा बोर्ड की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई. इस बैठक के दौरान कई निर्णय लिए गए.
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डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के कुलपति एसएन मुंडा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान स्नातक के जनरल इलेक्टिव पेपर एबिलिटी एन्हांसमेंट कंपलसरी कोर्स और स्किल एन्हांसमेंट कोर्स की प्रश्नों के प्रारूप पर विचार विमर्श किया गया.
एसएन मुंडा ने ऑनलाइन परीक्षाओं को लेकर चर्चा करते हुए तमाम विभागों के डीन और शिक्षकों को कई निर्देश दिए हैं. पिछले वर्ष के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार करने का निर्देश भी जारी किया गया है. इसके अलावा आने वाली ऑनलाइन परीक्षा के मद्देनजर स्नातक के एंड सेमेस्टर-1 और स्नातकोत्तर एंड सेमेस्टर-1 जिसमें वोकेशनल शामिल हैं.
जून में होंगी परीक्षाएं
फॉर्म भरने की तिथि तय कर दी गई है. स्नातक एंड सेमेस्टर 3 और फाइल के अलावा स्नातकोत्तर एंड सेमेस्टर 3 वोकेशनल सहित फॉर्म भरने की तिथि को लेकर भी विचार-विमर्श किया गया है. इससे जुड़ी तमाम जानकारी विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर जारी कर दी गई है.
वीसी एस एन मुंडा ने कहा कि ऑनलाइन परीक्षाओं के जरिए विद्यार्थियों का सेशन सुचारू किया जा रहा है. सेशन लेट नहीं होगा. यूजीसी की गाइडलाइन के तहत विश्वविद्यालय जून से तमाम परीक्षाओं को लेना प्रारंभ कर देगा.
आरयू वित्त समिति ने मानदेय पर नहीं लिया निर्णय
इधर रांची विश्वविद्यालय की वित्त समिति ने अनुबंध शिक्षकों के मानदेय को लेकर कोई फैसला नहीं लिया है. विश्वविद्यालय का तर्क है कि ऐसे शिक्षकों का बिल सर्टिफाइड नहीं किया गया है. तकनीकी कारणों के कारण फिलहाल अनुबंध शिक्षकों को मानदेय नहीं दिया जाएगा. इसे लेकर वित्त विभाग ने विश्वविद्यालय के वरीय पदाधिकारियों से सलाह मांगी है.
विश्वविद्यालय का यह भी तर्क है कि लॉकडाउन या फिर स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के दौरान ऑफलाइन कक्षाएं नहीं चलने और ऑनलाइन के आधार पर मानदेय भुगतान की कोई स्पष्ट गाइडलाइन न रहने के कारण विश्वविद्यालय राशि देने में असमर्थ है.
इस बैठक में विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अजय कुमार चौधरी, डीएसडब्ल्यू डॉ नमिता सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ प्रधान और विभिन्न विभागों के डीन और परीक्षा बोर्ड के सभी सदस्य शामिल हुए.