रांची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय, मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार और हंसराज कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय के सहयोग से ''संकाय विकास कार्यक्रम'' पर एक सप्ताह के कार्यशाला के समापन समारोह का आयोजन किया गया.
रांची DSPMU के सभागार में मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक डॉ ज्योति भोला और विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉक्टर लोकेश चंद्र मिश्रा और आशुतोष यादव शामिल हुए. कार्यक्रम के सप्ताह भर चलने के बाद पंडित मोहन मौलवीय राष्ट्रीय पठन पाठन योजना के अंतर्गत गुरुवार को समापन समारोह में विश्विद्यालय के कुलपति प्रोफेसर डॉ सत्य नारायण मुंडा, कुलसचिव डॉ एनडी गोस्वामी और डीएसडबल्यू डॉ नमिता सिंह उपस्थित थे.
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तेरह आयोजनों में से सबसे उम्दा आयोजन
कार्यक्रम की शुरुआत आदिवासी परम्परा के अनुरूप किया गया. इसके बाद पारंपरिक कड़सा में द्वीप प्रवजलन किया गया. वहीं, मुख्य अतिथि डॉ ज्योति भोला ने बताया कि दिल्ली के बाहर ये उनका पहला कार्यक्रम था. उन्होंने अपने तेरह आयोजनों में से इस आजोयन को अब तक का सबसे उम्दा आयोजन बताया. ये DSPMU के लिए गर्व की बात है.
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भविष्य में भी DSPMU के साथ कार्य करने की इच्छा
डॉ ज्योति ने निकट भविष्य में भी DSPMU के साथ कार्य करने की इच्छा जाहिर की. उन्होंने सफल आयोजन के लिए सबको बधाई दी और DSPMU के उपलब्धियों के विषय में अतिथियों को बताया. इसके बाद सभी अतिथियों ने बारी-बारी से 43 प्रतिभागियों को प्रशस्तिपत्र दिया और शुभकामनाएं दी.