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दवा करोबारी की तीसरे तल्ले से गिरकर मौत, बेटे ने सौतेली मां पर लगाया हत्या का आरोप - रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी

कोविड संक्रमण के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले की जांच झेल रहे दवा कारोबारी राकेश रंजन की रविवार की सुबह अपार्टमेंट के तीसरे तल्ले से गिरने से संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई.

Drug dealer died after falling from third floor in ranchi
दवा करोबारी की तीसरे तल से गिरकर मौत
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Published : Mar 20, 2022, 11:10 PM IST

Updated : Mar 21, 2022, 10:31 AM IST

रांचीः कोविड संक्रमण के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले की जांच झेल रहे दवा कारोबारी राकेश रंजन की रविवार की सुबह अपार्टमेंट के तीसरे तल्ले से गिरने से संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई. इस मामले में दवा कारोबारी के पुत्र रौनित रंजन ने अपनी सौतेली मां प्रीति रंजन पर पिता की हत्या का आरोप लगाया है. इसे लेकर अरगोड़ा थाने में आवेदन दिया है, जिसपर पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.


ये भी पढ़ें-रेमडेसिविर की कालाबाजारी मामलाः मुख्य आरोपी को झारखंड हाई कोर्ट से मिला बेल


अपने अपार्टमेंट से गिरे राकेशः जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह अचानक तीसरे तल्ले से राकेश गिर गए. इस दौरान वहां अफरा-तफरी मच गई. लोगों को तुरंत कुछ समझ में नहीं आया. हालांकि गिरने के बाद मौके पर ही राकेश की मौत हो गई थी. आसपास के लोगों ने तुरंत अरगोड़ा पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया.

रात में हुई थी पिता से बातः व्यवसायी के बेटे रौनित रंजन ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मां के साथ रहता है, जो राकेश की पहली पत्नी है. जबकि दूसरी पत्नी प्रीति रंजन के साथ उसके पिता राकेश रंजन रहते थे. रौनित के मोबाइल पर रविवार की सुबह पांच बजे प्रीति रंजन ने फोन किया, बताया कि उसके पिता राकेश ने बालकनी से छलांग लगाकर अपनी जान दे दी है. इसपर रौनित ने अपने आवेदन में कहा है कि बीती रात 2:22 बजे उसके पिता से मोबाइल पर बातचीत हुई थी. पिता उससे यही कह रहे थे कि बेटा मुझे बचा लो. हमको ये लोग मार देगा, हमको पटना ले चलो. उसके बाद पिता का कॉल डिस्कनेक्ट हो गया. रौनित ने आशंका जताई है कि इस घटना के पीछे प्रीति रंजन हैं. रौनित का आरोप है कि उन्होंने ही साजिश रचकर उसके पिता की हत्या की है.


रेमडेसिविर कालाबाजारी में आया था नाम : कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी में व्यवसायी का नाम उछला था. वे कालाबाजारी में जेल भी गए थे. एक अभियुक्त राजीव सिंह ने राकेश का नाम अपने स्वीकारोक्ति बयान में लिया था. सवा लाख में इंजेक्शन की बिक्री से संबंधित इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद से इसकी जांच सीआईडी कर रही है. बताया जा रहा है कि राकेश का केस में नाम आने के बाद से परेशान चल रहे थे. अपनी दवा दुकान भी बेच दी थी.

रांचीः कोविड संक्रमण के दौरान रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी मामले की जांच झेल रहे दवा कारोबारी राकेश रंजन की रविवार की सुबह अपार्टमेंट के तीसरे तल्ले से गिरने से संदेहास्पद परिस्थिति में मौत हो गई. इस मामले में दवा कारोबारी के पुत्र रौनित रंजन ने अपनी सौतेली मां प्रीति रंजन पर पिता की हत्या का आरोप लगाया है. इसे लेकर अरगोड़ा थाने में आवेदन दिया है, जिसपर पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है.


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अपने अपार्टमेंट से गिरे राकेशः जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह अचानक तीसरे तल्ले से राकेश गिर गए. इस दौरान वहां अफरा-तफरी मच गई. लोगों को तुरंत कुछ समझ में नहीं आया. हालांकि गिरने के बाद मौके पर ही राकेश की मौत हो गई थी. आसपास के लोगों ने तुरंत अरगोड़ा पुलिस को सूचना दी. इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची। शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया.

रात में हुई थी पिता से बातः व्यवसायी के बेटे रौनित रंजन ने पुलिस को बताया कि वह अपनी मां के साथ रहता है, जो राकेश की पहली पत्नी है. जबकि दूसरी पत्नी प्रीति रंजन के साथ उसके पिता राकेश रंजन रहते थे. रौनित के मोबाइल पर रविवार की सुबह पांच बजे प्रीति रंजन ने फोन किया, बताया कि उसके पिता राकेश ने बालकनी से छलांग लगाकर अपनी जान दे दी है. इसपर रौनित ने अपने आवेदन में कहा है कि बीती रात 2:22 बजे उसके पिता से मोबाइल पर बातचीत हुई थी. पिता उससे यही कह रहे थे कि बेटा मुझे बचा लो. हमको ये लोग मार देगा, हमको पटना ले चलो. उसके बाद पिता का कॉल डिस्कनेक्ट हो गया. रौनित ने आशंका जताई है कि इस घटना के पीछे प्रीति रंजन हैं. रौनित का आरोप है कि उन्होंने ही साजिश रचकर उसके पिता की हत्या की है.


रेमडेसिविर कालाबाजारी में आया था नाम : कोरोना की दूसरी लहर के दौरान इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी में व्यवसायी का नाम उछला था. वे कालाबाजारी में जेल भी गए थे. एक अभियुक्त राजीव सिंह ने राकेश का नाम अपने स्वीकारोक्ति बयान में लिया था. सवा लाख में इंजेक्शन की बिक्री से संबंधित इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद से इसकी जांच सीआईडी कर रही है. बताया जा रहा है कि राकेश का केस में नाम आने के बाद से परेशान चल रहे थे. अपनी दवा दुकान भी बेच दी थी.

Last Updated : Mar 21, 2022, 10:31 AM IST
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