रांची: राजधानी के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में साल 2019 में हुए दोहरे हत्याकांड के आरोपी शमीम अंसारी को रांची पुलिस ने पिठोरिया इलाके से गिरफ्तार कर लिया है. मां और बेटी की हत्या का आरोपी शमीम अपने ससुराल में छिपकर रह रहा था. शमीम ने अरगोड़ा थाना क्षेत्र के पीपरटोली के अपरकोचा में भैरो तिग्गा के मकान में किराए पर रहने वाली रेखा तिग्गा और उसकी छह साल की बेटी प्रियांशी तिग्गी की हत्या का फरार चल रहा था.
संबंध तोड़ना चाहता था शमीम
पूछताछ के दौरान आरोपी ने मां और बेटी की हत्या की बात स्वीकार की है. उसने बताया कि रेखा के पति की मौत के बाद वह उसके साथ लीव इन रिलेशन में पीपरटोली में किराए के मकान में रह रही थी. रेखा के साथ शमीम 2 सालों से लिव इन रिलेशन में रह रहा था. इस दौरान परिवार के लोग शमीम पर यह दबाव डाल रहे थे कि वह रेखा से संबंध तोड़ घर लौट आए. लेकिन रेखा ऐसा होने नहीं दे रही थी, वह उसे संबंध तोड़ने पर पुलिस में शिकायत करने की धमकी देती थी. वहीं एलआईसी के पैसे को लेकर रेखा से उसका विवाद चल रहा था. शमीम के अनुसार रेखा से पीछा छुड़ाने के लिए उसने 21 अगस्त 2019 की रात जब रेखा गहरी नींद में सो रही थी.
सोकपीट में डाला था शव
तब वह उसकी छाती पर बैठ गया और मुंह और गला को दबा दिया. कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई. इसी दौरान रेखा की बेटी प्रियंशी की नींद खुल गई. तब उसने प्रियंशी की भी गला दबा कर उसकी भी हत्या कर दी. उसी रात को मां और बेटी के शव को पास के सोकपीट में डाल दिया. इस वारदात को अंजाम देने के बाद वह रात में ही निकल गया. अगले दिन 22 अगस्त की रात वह फिर वहां पहुंचा और सोकपीट के टैंक का स्लैब हटाकर शव में नमक और सोडा डाल दिया. इसके बाद वह वहां से फरार हो गया.
10 दिन से बहन के घर था छिपा
आरोपी शमीम ने पुलिस को बताया कि वह हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद दूसरे राज्य में जाकर कामकाज कर रहा था. उसने अपना मोबाइल भी बंद कर दिया था. ताकि उसका लोकेशन ट्रेस नहीं हो सके. दस दिन पहले वह अपनी बहन के पिठोरिया स्थित घर घूमने के लिए आया था. इस बात की जानकारी पुलिस को मिली और मंगलवार की सुबह पुलिस ने उसे दबोच लिया.
एलआईसी के डेढ़ लाख देने से किया था इंकार
आरोपी शमीम ने पुलिस को बताया कि रातू निवासी रेखा तिग्गा के पति की मौत के बाद डेढ़ साल पहले उससे उसकी दोस्ती हुई थी. अपनी छह साल की बेटी को लेकर रेखा उसी के साथ वह रहती थी. इसी दौरान रेखा के पति का एलआईसी में करीब डेढ़ लाख रुपए जमा था. उसकी मौत के बाद रेखा उस पैसे का निकाल कर अपनी बेटी के नाम से फिक्स करना चाह रही थी. मगर आरोपी नया रोजगार करने के लिए इस राशि को मांग रहा था। रेखा ने राशि देने से इंकार कर दिया था. इसे लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था.
दो सितंबर 2019 को बरामद हुआ था मां-बेटी का शव
अरगोड़ा के पीपरटोली अपर कोचा में दो सितंबर की दोपहर भैरो तिग्गा के मकान में किराए पर रहने वाले रेखा तिग्गा और उसकी छह वर्षीय पुत्री प्रियंशी तिग्गा का शव घर में बने सोकपीट से सड़ी-गली अवस्था में बरामद किया गया था. हत्या की आशंका जतायी गई थी. रेखा मजदूरी का काम करती थी, वह शमीम नामक युवक के साथ रह रही थी। दस दिन से संपर्क नहीं होने पर उसकी बहन पंचमी तिग्गा को शक हुआ और वह दो सितंबर को पीपरकोचा पहुंची थी. इस मामले में पंचमी के बयान पर आरोपी शमीम के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.