रांचीः झारखंड में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की घोर कमी है, जिसकी वजह से राज्य की जनता को गुणवत्तापूर्ण इलाज नहीं मिल पाता. लेकिन इस समस्या के समाधान के लिए एक कदम बढ़ाया जा रहा है. इसके तहत अब राज्य के सदर अस्पतालों में DNB कोर्स की शुरुआत करने की तैयारी की जा रही है. इस कड़ी में रांची सदर अस्पताल में महिला एवं प्रसूति रोग में DNB की पांच सीट (DNB course Ranchi Sadar Hospital) के लिए संसाधनों की जांच भी विशेष टीम की ओर से कर ली गई है.
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रांची के सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि इंसपेक्शन के लिए आई टीम सदर अस्पताल के गायनी विभाग में वर्तमान में उपलब्ध डॉक्टर्स की टीम,नर्सिंग, ओटी से जुड़े अन्य संसाधनों से संतुष्ट होकर गई है और उन्हें उम्मीद है कि पीजी डिग्री के समकक्ष DNB की पांच सीट पर पढ़ाई की अनुमति मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि 500 बेड वाले सदर अस्पताल के लिए नया भवन मिलने के बाद शिशु रोग और ऑर्थोपेडिक सर्जरी में भी डीएनबी की पढ़ाई शुरू करने की कोशिश की जाएगी ताकि राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टर्स की कमी दूर करने में सदर अस्पताल रांची भूमिका निभा सके.
प्रख्यात इंटरनल मेडिसिन चिकित्सक डॉ. एके झा कहते हैं कि झारखंड में DNB की पढ़ाई बेहद मायने रखती है क्योंकि यहां विशेषज्ञ डॉक्टर की घोर कमी है, ऐसे में सदर अस्पताल में DNB की पढ़ाई शुरू होने के बाद कुछ तो विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी दूर होगी. सदर अस्पताल में DNB की पढ़ाई शुरू होने का एक लाभ यह भी मिलेगा कि राज्य के नए मेडिकल कॉलेज के लिए फैकल्टी मिलने में आसानी होगी.
राज्य में विशेषज्ञ डॉक्टर की कमीः बता दें कि राज्य में सरकारी डॉक्टर के सृजित पदों के एक तिहाई पद खाली हैं. वहीं विशेषज्ञ डॉक्टर के मामले में तो स्थिति और खराब है. विशेषज्ञ डॉक्टर के 1012 पदों में से 700 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर के पद खाली हैं. वह भी तब जब पिछले दिनों वर्तमान में कार्यरत मेडिकल अफसर में से पीजी डिग्री धारी डॉक्टरों को स्वास्थ्य महकमे ने विशेषज्ञ डॉक्टर की मान्यता दी है,ऐसे में अगर सदर अस्पतालों में DNB की पढ़ाई के गंभीर प्रयास हुए तो स्पेलिस्ट डॉक्टर की कमी दूर करने में मदद मिलेगी.