रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में वर्षो से सेवा देने वाले डॉक्टर्स इन दिनों काफी आक्रोशित हैं. उनका आक्रोश रिम्स प्रबंधन और खासकर निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद के प्रति है. रिम्स में मरीजों का इलाज करने के साथ साथ मेडिकल स्टूडेंट्स को पढ़ा कर डॉक्टर्स बनाने वाले चिकित्सकों का आरोप है कि अपने चहेते लोगों को रिम्स के अलग अलग विभागों में बैठाने के लिए वेकैंसी नहीं होने के बावजूद प्रोफेसर पद के लिए विज्ञापन निकाला गया है, जो गलत है.
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ट्राइबल मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े और रिम्स सर्जरी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ निशीथ एक्का का आरोप है कि वेकैंसी के माध्यम से रिम्स प्रबंधन अपने लोगों को हर विभाग में बैठाने की साजिश रच रहा है. डॉ निशीथ के अनुसार और तो और कई विभागों में तो प्रोफेसर के सृजित पद से अधिक की उपलब्धता के बावजूद रिक्तियां निकाली गई है, जो गलत है.
रिम्स चिकित्सक शिक्षक संघ के सचिव डॉ प्रभात कुमार कहते हैं कि प्रोफेसर का पद प्रमोशन से भरा जाने वाला पद है. एक ओर 2016 के बाद से दो चार विभागों को छोड़ अन्य विभागों में सेवा दे रहे असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर को प्रमोशन नहीं दिया गया है और दूसरी ओर प्रोफेसर की सीधी बहाली के लिए विज्ञापन निकाला गया है, जो गलत है.
रिम्स के इन मुख्य विभागों में प्रोफेसर के पद खाली नहीं होने के बावजूद निकाली गई वेकैंसी: ट्राइबल मेडिकल एसोसिएशन के डॉ निशीथ एक्का के अनुसार सर्जरी, मेडिसीन, स्किन, रेडियोलॉजी, स्त्री एवम प्रसूति रोग, आंख, हड्डी, फोरेंसिक मेडिसीन, ईएनटी, बायो केमेस्ट्री, एनाटोमी जैसे कई विभाग हैं, जहां प्रोफेसर का पद ही खाली नहीं है. कई विभागों में तो सृजित पद से अधिक प्रोफेसर कार्यरत हैं बावजूद इसके वेकैंसी निकाली गई है. जिसका पुरजोर विरोध किया जाएगा. दस विभाग ऐसे हैं जहां 15 सृजित पद हैं, जिनमें 24 प्रोफेसर कार्यरत हैं और 14 पद के लिए वेकैंसी निकाली गई है.
आइये नजर डालें रिम्स में विभागवार प्रोफेसर के उन वेकैंसी पर जो बिना रिक्त पद के निकाली गई
विभाग | पद | कार्यरत | वेकैंसी |
सर्जरी | 2 | 7 | 1 |
स्किन | 1 | 1 | 1 |
मेडिसीन | 3 | 5 | 3 |
रेडियोलोजी | 1 | 1 | 1 |
गायनी | 2 | 2 | 2 |
आंख | 1 | 1 | 1 |
ऑर्थो | 1 | 1 | 1 |
एफएमडी | 1 | 1 | 1 |
एनाटोमी | 2 | 3 | 2 |
बायो केमिस्ट्री | 1 | 2 | 1 |
कुल (10 विभाग) | 15 | 24 | 14 |
वेकैंसी को लेकर डॉक्टरों की मिसअंडरस्टैंडिंग जल्द दूर की जाएगी: रिम्स के विभिन्न विभागों में प्रोफेसर पद के लिए निकाली गई वैकेंसी को लेकर रिम्स के डॉक्टरों में बढ़ते आक्रोश के सवाल पर रिम्स के पीआरओ डॉ डीके सिन्हा ने कहा कि वैकेंसी को लेकर कुछ मिसअंडरस्टैंडिंग डॉक्टरों में है, जिसे जल्द दूर कर लिया जाएगा.
रिम्स में खाली पदों को जल्द भरने का कोर्ट का आदेश: रिम्स की व्यवस्था में सुधार के लिए दायर PIL पर झारखंड हाई कोर्ट में सुनवाई लगातार चल रही है. हाई कोर्ट ने रिम्स के खाली पदों को जल्द भरने का निर्देश भी दिया है, पर सवाल यह है कि उच्च न्यायालय के आदेश की आड़ में सिर्फ प्रोफेसर के पद पर बहाली में रिम्स इतनी तेजी क्यों दिखा रहा है, जबकि कई विभागों में प्रोफेसर के पद भी रिम्स मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अनुसार खाली नहीं है. रिम्स में जो 132 बहालियां निकाली गई है, जिसमें 34 पद प्रोफेसर के हैं, जिसको लेकर विवाद यह है कि कई ऐसे विभाग हैं, जहां पद खाली नहीं होने के बावजूद नई नियक्ति के लिए विज्ञापन निकाला गया है.