रांचीः झारखंड कांग्रेस के दो महासचिव समेत पांच पर अनुशासन समिति ने गाज गिराई(expel five leaders from party ) है. उन्हें 6 वर्षों के लिए दल से निष्कासित करने की अनुशंसा की गई है. झारखंड कांग्रेस के अनुशासन समिति की बैठक के बाद यह फैसला लिया गया. इन नेताओं पर आरोप था कि इन्होंने अपने प्रदेश अध्यक्ष, पार्टी आलाकमान के खिलाफ मीडिया और सोशल मीडिया पर बयानबाजी की, पार्टी लाइन से अलग जाकर बैठक की और दल की नीति तथा सिद्धांतों को कमजोर करने का काम किया है.
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बात रखने के लिए समिति ने 14 दिनों का समय दिया थाः 21 दिसंबर को अनुशासन समिति ने बैठक कर 07 नेताओं को शो-कॉज जारी किया था. अनुशासनहीनता के मामले में जवाब देने के लिए अनुशासन समिति ने दिया था इन्हें 14 दिन का समय दिया था. नोटिस जारी होने पर तीन नेताओं ने जवाब देने के लिए समय की मांग की थी, एक ने कोई जवाब नहीं दिया था. साधु शरण गोप के जवाब से समिति संतुष्ट नहीं हुई. राकेश तिवारी और अनिल ओझा के क्रिया कलाप को समिति ने दिया अनुशासनहीनता नहीं माना. समिति ने 05 नेताओं के निष्कासन की अनुशंसा प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय से की. जिन नेताओं के खिलाफ अनुशंसा की गई है वो हैं आलोक दुबे, राजेश गुप्ता, लाल किशोर नाथ शाहदेव, सुनील सिंह, साधु शरण गोप.
झारखंड कांग्रेस में जिलाध्यक्षों और प्रदेश कमिटी के गठन के बाद से विरोध के तेज होते स्वर और पार्टी नेतृत्व के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ साथ नव नियुक्त अधिकारियों के विरोध के स्वर को दबाने के लिये झारखंड प्रदेश अनुशासन कमिटी के सभी सदस्यों ने 21 दिसंबर 2022 को बैठक की थी. पार्टी के अंदर बढ़ते अनुशासनहीनता को रोकने के लिए पार्टी लाइन से अलग जाकर मीडिया में बयानबाजी करने और अलग बैठक करने वाले 07 प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों को शो कॉज जारी किया था और पूछा था कि क्यों नहीं उनके खिलाफ पार्टी अनुशासनहीनता की कार्रवाई करे. झारखंड प्रदेश अनुशासन कमिटी के चेयरमैन बृजेंद्र सिंह ने आज की विशेष बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन कर मीडिया को पूरी जानकारी देते हुए कहा कि कमिटी ने सभी अनुशासन तोड़ने वाले नेताओं को छह साल के लिए दल से निष्कासित करने की अनुशंसा प्रदेश प्रभारी से की गई है.
ये हैं झारखंड कांग्रेस अनुशासन समिति के सदस्यः झारखंड में कांग्रेस में अनुशासन बनाये रखने के लिए बृजेन्द्र सिंह, अनुशासन समिति के चेयरमैन, अनादि ब्रह्म, शमशेर आलम, काली चरण मुंडा, अमूल्य नीरज खलखो, केशव महतो कमलेश हैं.