रांची: झारखंड के विभिन्न जिलों में पीपीपी मोड पर चल रहे डायलिसिस सेंटर में दी जा रही सेवा शुक्रवार को अचानक बंद कर दी गई. सदर अस्पतालों में पीपीपी मोड पर चल रहा डायलिसिस सेंटर एस्केज नाम की कंपनी द्वारा संचालित किए जाते हैं. जिले के सुदूर एवं ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले मरीजों की सब्सिडी पर डायलिसिस किया जाता है. मरीजों को महंगे दर पर डायलिसिस ना कराना पड़े, इसीलिए सरकार की तरफ से इस व्यवस्था की शुरुआत की गई.
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प्रधानमंत्री डायलिसिस कार्यक्रम के तहत इसकी शुरुआत साल 2016 में राज्य के 16 जिलों में की गई थी. जिससे गरीबों का आधे दामों में इलाज होता है. आपको बता दें कि इस कि इस कार्यक्रम के तहत आयुष्मान कार्ड धारक मरीजों का मुफ्त में इलाज होता है. इस के साथ ही उनको सस्ते दर पर डायलिसिस करने के लिए संस्था को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से आर्थिक मदद दी जाती है. लेकिन पिछले कुछ महीनों से सदर अस्पतालों में डायलिसिस सेंटर चला रही संस्था को सब्सिडी का पैसा नहीं दिया जा रहा. विभिन्न जिलों में चल रहे सेंटर का करोड़ों रुपए बकाया होने की वजह से शुक्रवार को सभी केंद्र ने अपना काम बंद कर दिया. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से बातचीत के बाद सभी सेंटर शनिवार को वापस से खोले गए.
इस मामले पर रांची सदर अस्पताल डायलिसिस सेंटर के यूनिट इंचार्ज आजाद अंसारी ने बताया कि सरकार से बातचीत के बाद सेंटर दोबारा खोल दिए गए हैं. लोगों की परेशानियों को देखते हुए हमने सेंटर को दोबारा से खोल दिया है. वहीं दूसरी तरफ वहां के उपाधीक्षक डॉक्टर ए खेतान ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया है. अस्पताल प्रबंधन अपने मरीजों की सुविधा के लिए सजग है, जल्द ही बकाया पैसे के भुगतान करने का आश्वासन विभाग की तरफ से दिया गया है.