रांची: झारखंड के डीजीपी अजय कुमार सिंह ने सभी पुलिस अधीक्षकों को राज्य में सक्रिय संगठित आपराधिक गिरोहों पर हर हाल में और जल्द से जल्द नकेल कसने की हिदायत दी है. खासकर जेल में बैठकर आपराधिक वारदातों को अंजाम दिलवाने वाले गैंगस्टर पर विशेष नजर रखते हुए उन पर कार्रवाई करने का निर्देश डीजीपी ने दिया है. शनिवार को डीजीपी अजय सिंह ने राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ हुई बैठक में यह निर्देश जारी किए.
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संगठित आपराधिक गैंग और उसके सदस्यों पर लगाम लगाए एसपी: झारखंड के डीजीपी अजय सिंह ने बताया कि बैठक में विशेषकर सभी जिलों में सक्रिय संगठित अपराधिक गैंग और उसके सदस्यों की गतिविधियों को लेकर चर्चा हुई. बैठक में बड़े अपराधियों पर कार्रवाई के लिए योजना बनी है. डीजीपी अजय सिंह के अनुसार मीटिंग में मुख्य तौर पर संगठित आपराधिक गिरोहों को लेकर ही फोकस किया गया. सभी पुलिस अधीक्षकों को जिम्मा दे दिया गया है कि अगर जेल में बंद अपराधी अगर अंदर से रंगदारी मांग रहे हैं, तो उनके ऊपर भी सीसीए की कार्रवाई कर उनपर नकेल कसा जाए. जेल से जमानत पर छूटे अपराधियों पर लगाम कसा जा सके, इसके लिए जिलाबदर की कार्रवाई और जिलों के एसपी को अपराधिक मामलों में संलिप्तता पाए जाने पर उनकी जमानत रद्द करने का निर्देश दिया गया है.
झारखंड में क्या है गैंग्स की मौजूदा स्थिति: पुलिस से मिले आंकड़ों के अनुसार झारखंड में फिलहाल एक दर्जन से ज्यादा संगठित आपराधिक गिरोह सक्रिय हैं, जिसमें डॉन अखिलेश सिंह, डब्लू सिंह, सुजीत सिन्हा, अमन सिंह, अमन साहू, सुशील श्रीवास्तव, भोला पांडे और अनिल शर्मा जैसे कुख्यात गैंग शामिल हैं. इनमें से कई गैंग के प्रमुख जेल में बंद हैं. वर्तमान में अखिलेश सिंह, सुजीत सिन्हा, अनिल शर्मा, अमन सिंह और अमन साव जेल में बंद हैं. जबकि भोला पांडे और सुशील श्रीवास्तव की हत्या वर्षों पहले हो चुकी है, लेकिन भोला और श्रीवास्तव का गिरोह अभी भी बेहद सक्रिय है. इन सभी गिरोहों पर कार्रवाई के लिए योजना पूर्व में भी बनी है. जिस पर बेहतर तरीके से काम करने का निर्देश डीजीपी ने दिया है. बैठक में संगठित आपराधिक गिरोह के अंदर जो नए-नए लोग शामिल हुए, उनकी भी एक लिस्ट तैयार करने को कहा गया है. ताकि समय पर उनकी पहचान कर उनके खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाई की जा सके.
सजा दिलाने की बिंदु पर तेजी से काम हो: झारखंड में आपराधिक मामलों में गिरफ्तार किए गए अपराधियों के सजा के बिंदु पर पुलिस क्या कर रही है. इसकी विस्तृत जानकारी भी डीजीपी को दी गई. डीजीपी ने इस संबंध में निर्देश दिया है कि गिरफ्तार अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने के बिंदु पर कार्य करें, ताकि कानून का भय हर अपराधी के मन में कायम हो.