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झारखंड बजट सत्र: झारखंड में मॉब लिंचिंग और गिरती कानून व्यवस्था को लेकर सदन के बाहर विपक्ष का प्रदर्शन

झारखंड विधानसभा बजट सत्र के तीसरे दिन विपक्ष राज्य में गिरती कानून व्यवस्था और मॉब लिंचिग मुद्दे को लेकर सत्तापक्ष को घेरने में लगे हैं. विपक्ष दल के तमाम विधायक ने सदन के बाहर बैठकर सरकार का विधि व्यवस्था पर सवाल उठाया और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए.

Jharkhand Budget Session 2022
Jharkhand Budget Session 2022
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Published : Mar 2, 2022, 1:21 PM IST

Updated : Mar 2, 2022, 2:35 PM IST

रांची: झारखंड विधानसभा बजट सत्र (Jharkhand Budget Session 2022) के तीसरे दिन सदन के बाहर विपक्ष सत्तापक्ष को घेरने को लेकर मुखर नजर आया. विपक्ष दल के तमाम विधायक ने सदन के बाहर बैठकर मॉब लिंचिंग और राज्य में गिरती कानून व्यवस्था का विरोध किया.

इसे भी पढ़ें: झारखंड बजट 2022: चालू वित्तीय वर्ष में ग्रामीण विकास विभाग खर्च करने में रहा सुस्त, उठ रहे सवाल



विपक्ष दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है. हर तरफ मॉब लिंचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. लेकिन सरकार और सरकार में शामिल विधायकों कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. बिरंची नारायण ने हेमंत सरकार पर समुदाय विशेष के लिए काम करने को लेकर निशाना साधा और कहा कि जब कोई तबरेज के साथ इस तरह की घटनाएं घटती तो सदन के बाहर से लेकर सदन के अंदर तक आवाज उठाई जाती. लेकिन रूपेश पांडे हत्याकांड का मामला हो या फिर संजू प्रधान का सरकार ने तत्परता नहीं दिखाई. उन्होंने कहा हर तरफ मॉब लिंचिंग की घटना हुई है. लेकिन सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द लोगों पर कार्रवाई करें और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं.

विपक्ष का बयान


वहीं, कांके विधानसभा से बीजेपी विधायक समरी लाल ने भी कहा कि झारखंड में गिरती कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा हर तरफ झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटनाएं घट रही हैं, लेकिन सरकार मौन है. विधानसभा खलारी की बात करें तो बीते कुछ दिन पहले समाजसेवी मुकेश सोनी की हत्या कर दी गई. लेकिन सरकार इस मामले कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसके अलावा हाल ही में रूपेश पांडे की हत्या, संजू प्रधान की मौत और झारखंड में अन्य तमाम अपराधिक घटनाएं यह दर्शाती है कि राज्य में कानून व्यवस्था कैसी है.

रांची: झारखंड विधानसभा बजट सत्र (Jharkhand Budget Session 2022) के तीसरे दिन सदन के बाहर विपक्ष सत्तापक्ष को घेरने को लेकर मुखर नजर आया. विपक्ष दल के तमाम विधायक ने सदन के बाहर बैठकर मॉब लिंचिंग और राज्य में गिरती कानून व्यवस्था का विरोध किया.

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विपक्ष दल के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण ने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ती जा रही है. हर तरफ मॉब लिंचिंग की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. लेकिन सरकार और सरकार में शामिल विधायकों कान में जूं तक नहीं रेंग रही है. बिरंची नारायण ने हेमंत सरकार पर समुदाय विशेष के लिए काम करने को लेकर निशाना साधा और कहा कि जब कोई तबरेज के साथ इस तरह की घटनाएं घटती तो सदन के बाहर से लेकर सदन के अंदर तक आवाज उठाई जाती. लेकिन रूपेश पांडे हत्याकांड का मामला हो या फिर संजू प्रधान का सरकार ने तत्परता नहीं दिखाई. उन्होंने कहा हर तरफ मॉब लिंचिंग की घटना हुई है. लेकिन सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द लोगों पर कार्रवाई करें और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाएं.

विपक्ष का बयान


वहीं, कांके विधानसभा से बीजेपी विधायक समरी लाल ने भी कहा कि झारखंड में गिरती कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा हर तरफ झारखंड में मॉब लिंचिंग की घटनाएं घट रही हैं, लेकिन सरकार मौन है. विधानसभा खलारी की बात करें तो बीते कुछ दिन पहले समाजसेवी मुकेश सोनी की हत्या कर दी गई. लेकिन सरकार इस मामले कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. इसके अलावा हाल ही में रूपेश पांडे की हत्या, संजू प्रधान की मौत और झारखंड में अन्य तमाम अपराधिक घटनाएं यह दर्शाती है कि राज्य में कानून व्यवस्था कैसी है.

Last Updated : Mar 2, 2022, 2:35 PM IST
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