रांची: कोरोना वायरस की दूसरी लहर के मद्देनजर केंद्र सरकार ने गरीब परिवारों के लिए एक बार फिर प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का ऐलान किया है. वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने केंद्र सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है.
उन्होंने कहा कि गरीबों को सहायता पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम स्वागत योग्य है. रामेश्वर उरांव ने केंद्र सरकार से यह मांग की है कि लोगों को चावल और गेहूं के साथ-साथ चना भी उपलब्ध कराया जाए.
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वित्त मंत्री ने पिछले वर्ष कोरोना के समय केंद्र सरकार के साथ हुई बैठक में झारखंड की ओर से की गई मांग को याद दिलाते हुए कहा कि दिवंगत तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने उनकी मांग को सही मानते हुए दाल के बदले चना मुहैया कराया था.
रामेश्वर उरांव ने इस बार भी केंद्र सरकार से गरीबों को दिए जाने वाले मुफ्त राशन में गेहूं और चावल के अलावा चना भी देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से अनाज मिलते ही राज्य सरकार गरीबों तक अनाज पहुंचाएगी.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सोमवार को यह घोषणा की गई कि देशभर के 80 करोड़ लोगों को नवंबर तक मुफ्त राशन दिया जाएगा. इस योजना के तहत केंद्र सरकार राशन कार्ड धारकों को इस वर्ष नवंबर महीने तक हर महीने प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त चावल या गेहूं मुफ्त में देगी.