रांचीः झारखंड में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अधिवक्ताओं में दहशत का माहौल बन गया है. उन्होंने संक्रमण से बचने को लेकर एहतियात के तौर पर 2 सप्ताह तक हाई कोर्ट में सभी प्रकार के न्यायिक और गैर न्यायिक कार्य को स्थगित करने की मांग की है. यह मांग उन्होंने झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डॉ रवि रंजन को पत्र लिखकर की है.
झारखंड हाई कोर्ट के एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष ऋतु कुमार, महासचिव नवीन कुमार और कोषाध्यक्ष धीरज कुमार एवं अन्य पदाधिकारियों ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आपात बैठक की. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की गई. बैठक में सभी एडवोकेट एसोसिएशन के अधिकारी और सदस्य ने आम सहमति से यह निर्णय लिया कि कोविड-19 से बचाव करने के लिए अगले 2 सप्ताह तक हाईकोर्ट के न्यायिक कार्य को स्थगित किया जाए.
यह भी पढ़ेंः रांचीः मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मेल से दी गई 'कैपिटल पनिशमेंट' की धमकी, जांच में जुटी पुलिस
एसोसिएशन के इस निर्णय पर मुख्य न्यायाधीश को 2 सप्ताह तक सभी प्रकार के न्यायिक कार्य बंद करने के लिए पत्र लिखा गया है. देखना अहम होगा कि अब मुख्य न्यायाधीश इस पत्र पर क्या निर्णय लेते हैं.
कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए ही 13 जुलाई से ही हाईकोर्ट में कार्य को स्थगित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी और पूरे परिसर को सेनेटाइज करवाने का आदेश दिया गया था. पिछले 17 जुलाई को अदालत में पूरी तरह से न्यायिक कार्य को बंद कर दिया गया है. आगे कब तक बंद रहेगा, यह निर्णय 20 जुलाई को ही लिया जाएगा.