रांची: कृषि सुधार विधेयक के खिलाफ देशभर में कांग्रेस पार्टी विरोध प्रदर्शन कर रही है. ऐसे में प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने झारखंड में कांग्रेस के किए गए विरोध मार्च पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है किसान नदारद राजनीतिक कर लोगों को भ्रमित करने का कांग्रेस प्रयास कर रही है, जबकि यह बिल किसानों के हित के लिए है.
कांग्रेस पर साधा निशाना
प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस जिस प्रकार से किसान विरोधी बयान दे रही है, वह सिर्फ भ्रम फैलाने का काम कर रही है. उन्होंने हा कि मंडी में बिचौलियों का शासन रहा है, ऐसे में बिचौलियों के हितैषी ही विरोध कर रहे हैं और किसानों के नाम पर आंदोलन खड़ा करने का प्रयास कर रहे हैं, जबकि इसमें एक भी किसान शामिल नहीं है. उन्होंने कहा कि इस बिल में किसान को दूसरे राज्यों में फसल बेचने, किसी व्यक्ति स्थान पर अपनी फसल अपने अनुसार से बेचने की आजादी दी गई है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसान नदारद राजनीति कर रही है और रांची के आंदोलन में एक भी किसान नहीं दिखे हैं. उन्होंने कृषि विधेयक बिल को लेकर साफ कहा है कि इसके तहत किसान और करार करने वाले के बीच सिर्फ फसल पर एग्रीमेंट होगा जमीन पर नहीं, साथ ही जो पूंजी के अभाव में किसान अच्छी खेती नहीं कर पाते हैं, उन्हें पूंजी निवेश करने वाले लोग मिलेंगे और फसल की कीमत पहले मिल जाएगी, अगर फसल की उपज के बाद कीमत बढ़ेगी, तो बढ़ी कीमत का प्रतिशत भी किसानों को दिया जाएगा, ऐसा प्रावधान किया गया है.
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मनमोहन सिंह ने लाया था प्रस्ताव
वहीं उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार ने भी ये प्रस्ताव लाया था, लेकिन उनकी हिम्मत इसे लागू करने की नहीं हुई. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ इस बिल के विरोध के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने का काम कर रही है, साथ ही झारखंड सरकार में शामिल दलों के मेनिफेस्टो को याद दिलाते हुए कहा कि उन्होंने किसानों के कर्ज माफी की बात कही थी, लेकिन उनके वादे सिर्फ झूठे साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि कृषि विधेयक के लाभ को सड़क पर नही गांव-गांव घर घर तक भाजपा पहुंचाने का काम करेगी और विरोध करने वाले लोगों के चेहरे से नकाब हटाएगी.