रांची: राजधानी के रातू प्रखंड स्थित ठाकुर गांव थाना क्षेत्र के बानापीड़ी में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब पुलिस पूरे दलबल के साथ श्मशान घाट पहुंची और कब्र से लाश निकालने लगी. पुलिस को सूचना मिली थी कि करीब ढाई महीने पहले इस शमशान घाट पर जिस नाबालिग के शव को दफनाया गया था, उसकी संदेहास्पद स्थिति में मौत हुई है.
संदेहास्पद स्थिति में मौत
30 अगस्त 2020 को रांची के नगड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत 16 वर्षीय छात्रा अपने नाना के घर में संदेहास्पद स्थिति में मृत पाई गई है. इसके बाद मामले की जानकारी मृतक के पिता को दी गई. फिर शव को नगड़ी से उठा कर पिता ने रातू प्रखंड के बानापीड़ी में बिना पुलिस को सूचना दिए दफन कर दिया. नगड़ी थाना पुलिस की शिकायत पर ठाकुरगांव पुलिस ने गठित टीम पहुंच कर नाबालिग के शव को कब्र से बाहर निकाला जो तकरीबन ढाई महीने पहले उसके परिजनों की ओर से दफना दिया था. स्थानीय जनप्रतिनिधियों को परिजनों ने बताया था कि छात्रा की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई है.
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ऑनर किलिंग का मामला
घटना की छानबीन करने पर बात सामने आई कि नाबालिग छात्रा मामा के घर में ही रह कर पढ़ाई कर रही थी. इसी दौरान एक युवक के साथ उसका प्रेम-प्रसंग हो गया, जिसे लेकर घर में कई बार विवाद भी हुआ. इसके बाद नाबालिग को किसी युवक के साथ देखा गया था, जिसके बाद नाबालिग को डांट फटकार किया गया. परिजनों का कहना है कि इस डांट फटकार के बाद उसने आत्महत्या कर ली, जिसे तुरंत बगैर पुलिस को सूचना दिए दफना दिया गया. हालांकि, परिवारवालों के मुताबिक, यह आत्महत्या थी. अब पुलिस इस मामले को ऑनर किलिंग के एंगल से तफ्तीश कर रही है. पुलिस को शक है कि जब यह सिर्फ आत्महत्या थी तो आखिर मामले की सूचना पुलिस को क्यों नहीं दी गई. पोस्टमार्टम के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह हत्या है या आत्महत्या, लेकिन इतना साफ है कि इस घटना के पीछे कई साजिश से भी इनकार नहीं किया जा सकता.