रांचीः दिल्ली यूनिवर्सिटी के छात्र रहे राहुल मिंज की मौत के रहस्य पर से फॉरेंसिक टीम पर्दा उठाएगी. राहुल की मौत स्वभाविक थी या फिर उसकी हत्या की गई थी, इसकी जांच शुरू कर दी गई है. मंगलवार को मामले की तफ्तीश के लिए राहुल मिंज के शव को कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया.
क्या है पूरा मामलाः राहुल मिंज की मौत पिछले वर्ष 2 जून को हो गई थी. जिसके बाद उसके शव को लालपुर थाना क्षेत्र के सरईटांड स्थित कब्रिस्तान में दफना दिया गया था. लेकिन मामले में नया मोड़ तब आ गया जब राहुल की बहन कुसुम मिंज अपने भाई की हत्या की आशंका जताते हुए पूरे मामले की जांच के लिए हाई कोर्ट पहुंच गई. हाई कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद राहुल की मौत मामले में रांची के लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई. अब शव की फॉरेंसिक जांच यह साबित करेगी कि राहुल की मौत स्वाभाविक मौत है या फिर किसी साजिश के तहत राहुल की हत्या की गई है.
बहन ने कहा भाई की हत्या हुई हैः राहुल की बहन कुसुम मिंज ने बताया कि उसका भाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुका था, फिलहाल वह नौकरी के लिए तैयारी कर रहा था. इसी साल दो जून को वह एक शादी समारोह में भाग लेने के लिए अपने कुछ दोस्तों के साथ गया हुआ था. शादी समारोह के दौरान ही अचानक उसकी मौत हो गई. उस समय में बताया गया कि अत्यधिक शराब पीने की वजह से राहुल की मौत हो गई है. लेकिन शव को देख कर ऐसा नहीं लग रहा था. साजिश की आशंका होने के बावजूद शव को दफन कर दिया गया था. लेकिन राहुल की बहन ने खुद मामले की तफ्तीश की तो उसे यह जानकारी मिली कि कहीं न कहीं उसके भाई के मौत के पीछे एक बड़ी साजिश है. अपने भाई की मौत की साजिश के खुलासे के लिए कुसुम झारखंड हाई कोर्ट पहुंच गई. जिसके बाद कोर्ट के आदेश के बाद रांची के लालपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई और फिर मंगलवार को शव को कब्र से निकालकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया. कुसुम को यह शक है कि जमीन हड़पने की नीयत से ही उसके भाई को मार डाला गया और फिर उसे स्वाभाविक मौत में बदल दिया गया.
कोर्ट के आदेश के बाद पहुंची पुलिसः हाईकोर्ट के आदेश के बाद लालपुर थाना प्रभारी ममता कुमारी और मजिस्ट्रेट अमित भगत मजदूरों को अपने साथ लेकर कब्रिस्तान पहुंचे और सुरक्षा व्यवस्था के बीच राहुल मिंज के शव के अवशेष को कब्र से बाहर निकलवाया. फिर उसे पोस्टमार्टम और फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया. पूरे मामले में लालपुर पुलिस को रिपोर्ट हाईकोर्ट को सौपनी है.