रांचीः डीसी छवि रंजन ने खलारी प्रखंड में विभिन्न विकास योजनाओं और डीएमएफटी की योजना स्थल का निरीक्षण किया. इस दौरान उपायुक्त ने आंगनबाड़ी केंद्र भवन का निरीक्षण किया. जिसमें उपायुक्त ने निर्देश दिया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में वॉल पेंटिंग कराई जाए और जिस आंगनबाड़ी केंद्र में जलापूर्ति की समस्या हो वहां पर एचवाईडीटी के माध्यम से जलापूर्ति की व्यवस्था के लिए प्राक्कलन तैयार करने की कार्रवाई की जाए.
निरीक्षण करते डीसी छवि रंजन शुक्ल उपायुक्त ने जिला योजना पदाधिकारी को डीएमएफटी मद से निर्मित डाक बंगला में फर्नीचर और साज-सज्जा का प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश दिया और डाक बंगला कैंपस में मनरेगा से वृक्षारोपण कराने का निर्देश दिया. डीसी ने स्वास्थ्य उपकेंद्र की जांच में पाया कि बिल्डिंग में पानी सीपेज की समस्या है. उन्होंने कार्यकारी एजेंसी को निर्देश दिया कि जल्द पानी सीपेज की समस्या का निदान किया जाए और रोड से स्वास्थ्य उपकेंद्र में उतरने के लिए सीढ़ी का निर्माण कराया जाए.
निरीक्षण करते डीसी छवि रंजन शुक्ल उपायुक्त खलारी स्थित केज कल्टीवेशन देखने भी पहुंचे. यहां उन्होंने निर्देश दिया कि मत्स्य पालन सहयोग समिति को केज कल्टीवेशन विधिवत हस्तगत कराया जाए, ताकि उसका व्यावसायिक रूप से संचालन किया जा सके और वहां के लोगों के लिए जीविकोपार्जन का साधन बन सके. उन्होंने प्रखंड मुख्यालय में निर्देश दिया कि प्रखंड मुख्यालय के गेट से मुख्यालय भवन तक पथ का निर्माण कराया जाए और सड़क के किनारे मनरेगा से वृक्षारोपण कराया जाए. उपायुक्त ने प्रखंड मुख्यालय में अवस्थित एसएसजी प्रशिक्षण केंद्र का भी अवलोकन किया. उन्होंने कहा कि एसएचजी से बनी सामग्रियों के लिए मार्केटिंग की व्यवस्था करायी जाए और एसएचजी ने जिस मशीन की मांग की है. उसका अधिष्ठापन कराने का निर्देश जिला कार्यक्रम प्रबंधक जेसएलपीएस को दिया गया.उपायुक्त खलारी प्रखंड अंतर्गत प्रभात गिरी के जमीन पर मनरेगा से लगे आम बागवानी को देखने पहुंचे और निर्देश दिया कि आम बागवानी में मिश्रित कृषि भी किया जाए. उन्होंने किसान को ड्रीप इरिगेशन के लिए पीएमकेकेवाई के माध्यम से ड्रीप इरिगेशन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. उपायुक्त ने डीएमएफटी से बन रहे लघु पेयजल आपूर्ति योजना का भी निरीक्षण किया. उन्होंने कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल, रांची को निर्देश दिया कि पेयजल आपूर्ति की लंबित 20 योजना को दो माह के अंदर पूर्ण किया जाए. उपायुक्त ने यह भी कहा कि खलारी में अगर अन्य किसी गांव में पेयजल आपूर्ति की समस्या हो तो वहां एचवाईडीटी के माध्यम से लघु पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था कराई जाए.