रांची: कोरोना वायरस के संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले अब तक राजधानी रांची में आए हैं. जिसके बाद रांची सीमा को सील कर दिया गया है ताकि आवाजाही न हो सके. हॉटस्पॉट बने हिंदपीढ़ी में अबतक 8, 500 परिवारों तक राशन पहुंचाया गया है. ऐसे में अब रांची जिले के उन मजदूरों को भी लाने की तैयारी की जा रही है. जो दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. साथ ही छात्रों का आंकड़ा भी इकट्ठा किया जा रहा है.
रांची के डीसी राय महिमापत रे ने गुरुवार को इस मसले पर कहा है कि रांची जिले के लगभग 35,000 मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं. इसकी जानकारी उन्होंने आला अधिकारियों को दी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों में कितने छात्र फंसे हुए हैं. इसका आंकड़ा अभी इकट्ठा किया जा रहा है ताकि मजदूरों, छात्रों और पर्यटकों को वापस लाया जा सके.
वहीं, उन्होंने हॉटस्पॉट बने हिंदपीड़ी इलाके में राशन नहीं मिलने की खबर का खंडन करते हुए कहा है कि साढ़े आठ हजार परिवारों तक राशन पहुंचाया गया है और 2.500 परिवारों का स्टॉक राशन अभी भी है. ऐसे में इस तरह के भ्रामक खबर से बचने की जरूरत है. वहीं, उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने के लिए लोगों से अपील की है कि इसमें सभी के सहयोग की जरूरत है.