रांचीः राजधानी रांची में इन दिनों चोर गिरोह सक्रिय हैं. हर दिन लगभग छह चोरी के मामले सामने आते हैं. आंकड़े बताते हैं कि राजधानी में साल 2022 में कुल 2200 चोरी की घटनाएं हुई थीं. ऐसे में आप समझ सकते हैं कि चोर राजधानी की पुलिस के लिए कितनी बड़ी सिरदर्द बने हुए हैं. चोरों से निपटने के लिए रांची पुलिस अब उनका डाटा तैयार कर (Data Will Prepared Of Active Thieves In Ranchi) रही है, ताकि चोरी के मामले जल्द सुलझाए जा सके.
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तैयार हो रही लिस्टः रांची में सक्रिय चोरों की लिस्ट तैयार की जा रही है. इसके लिए विशेष अनुसंधान टीम का गठन किया (Formation Of Special Research Team)गया है. टीम में शामिल पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि वे हर तरह के चोरों के साथ साथ चेन झपटमारी, पर्स झपटमारी, मोबाइल झपटमारी और बाइक चोरी के मामलों की अलग-अलग रजिस्टर तैयार करें. रजिस्टर में आदतन चोरी करने वाले चोरों की पूरी लिस्ट तैयार करें. दरअसल, पुलिस इस रजिस्टर में हर किस्म के चोरों को शामिल कर रही हैं, ताकि शहर में अगर कहीं आवेदन या फिर कोई अन्य चोरी की घटना सामने आती है तो पुलिस रजिस्टर में दर्ज चोरों से चोरी के संबंध में पूछताछ की जा सके.
चोरी के लिए बदनाम हॉटस्पॉट चिह्नितः रांची के सभी थाना प्रभारियों को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने थाना क्षेत्रों में चोरी के लिए बदनाम जगहों को यानी हॉटस्पॉट्स को चिह्नित करें. उन क्षेत्रों में वैसे जो भी अपराधी सक्रिय हैं जिनका काम चोरी करना है उनके नाम, पता, फोन, उनके साथ रहने वालों के नाम भी रजिस्टर में शामिल करना है.
क्या है राजधानी की स्थितिः झारखंड पुलिस से मिले आंकड़ों के अनुसार राजधानी रांची में जनवरी 2022 से लेकर नवंबर 2022 तक कुल 2100 चोरी की घटनाएं सामने आईं हैं. दक्षिणी छोटानागपुर के जिलों में सबसे ज्यादा चोरी (Maximum Theft In Southern Chhotanagpu)राजधानी में ही हुई है. यही वजह है कि अब रांची पुलिस चोरी रोकने के लिए भी विशेष प्लानिंग में लगी हुई है .पहले चरण में डाटा तैयार किया जा रहा है, ताकि कहीं भी अगर चोरी की वारदात को अंजाम दिया जाए तो कम से कम चोरों तक जल्द से जल्द पहुंचने में सहायता मिले.
टाइगर जवानों की भूमिका बढ़ेगीः प्रभारी सिटी एसपी नौशाद आलम ने बताया कि चोरी रोकने में टाइगर मोबाइल के जवानों की विशेष भूमिका होनी चाहिए. क्योंकि वह बाइक से गली-मोहल्लों तक जाते हैं. उन्होंने इसे लेकर टाइगर मोबाइल में तैनात पुलिसकर्मियों के कार्यों में सुधार लाने का निर्देश दिया है. इसकी जिम्मेवारी सीसीआर डीएसपी (CCR DSP) को सौंपी गई है. उन्हें निर्देश दिया गया है कि वे टाइगर मोबाइल में तैनात पुलिसकर्मियों पर नजर रखेंगे.
10 बजे रात के बाद विशेष नजर रखी जाएगीः प्रभारी सिटी एसपी नौशाद आलम ने बताया कि पुलिस के द्वारा रात्रि में भी गश्ती की जाती है. रात्रि गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया गया है कि अगर रात में 10 बजे के बाद किसी भी गली-मोहल्ले में दो से तीन लोगों को एक साथ घूमते हुए देखें तो उनसे पूछताछ जरूर करें. जरूरत हो तो उनसे पहचान के कागजात भी मांगे. अगर किसी तरह का शक हो तो उनके परिजनों के फोन नंबर मांग कर उन से जरूर बात करें.