रांची: राजधानी में डालसा की टीम सोनाहातू प्रखंड क्षेत्र के हेसाडीह पंचायत के चोकाहातू गांव में पहुंची. वहां पहुंचकर टीम ने बुकरोंदा गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की गई. इसमें झालसा की तीनों योजनाओं ‘‘श्रमेव वेदंते’’ ‘मानवता’ और ‘कतृव्य’ के बारे में ग्रमीणों को बताया गया. इस दौरान ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली और ग्रामीण मजदूरों का निबंधन कार्ड भरने के लिए राजी हुए.
झालसा के द्वारा चलाई जा रही योजना श्रमवे वेदंते के तहत पीएलवी राजेंद्र महतो, बरखा तिर्की, कपिलदेव महतो, आरती देवी और रातमेश्वर चौधरी आदि ने श्रमवे वेदंते के तहत लाभों की विस्तृत जानकारी दी. इस योजना के तहत लेबर कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, राशन कार्ड, असंगठित मजदूरों का पंजीयन बनाने का तरीका बताया और इससे मिलने वाले विभिन्न लाभकारी सरकारी योजनाओं के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई और किसी प्रकार की समस्या होने पर कहा गया कि पीएलवी और डालसा कार्यालय से संपर्क करके सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
ये भी पढ़ें: रांचीः जैक ने जारी किया मैट्रिक परीक्षा का परिणाम, 75.01 प्रतिशत परीक्षार्थी हुए पास
कार्यक्रम में मजदूरों के निबंधन हेतु नियोजन फॉर्म भी भरा गया. इसके तहत कुल 55 असंगठित मजदूरों ने अपना निबंधन कराया, जिसके तहत उन्हें अनेक लाभकारी योजनाओं से जोड़ा जाएगा. इसके अलावा पीएलवी ने वृद्धा पेंशन योजना, विधवा पेंशन योजना के बारे में विस्तृत से बताया. जरूरतमंदों का फॉर्म भी भरा गया. मानवता योजना के तहत पीएलवी राजेंद्र महतो और बरखा तिर्की ने विशेष रूप से उपस्थित लोगों को वृद्धा और विधवा पेंशन योजना के बारे में बताया और मौके पर दो फॉर्म भी भरे गए.
डालसा की टीम ने आज ही राहे नवाडीह पंचायत के ठुंगरूडीह गांव में भी जागरूकता कार्यक्रम किया और लोगों को जानकारी दी. पीएलवी पुष्पा कुमारी वहां उपस्थित रहीं और उपस्थित लोगों को श्रमवे वेदंते, मानवता और कतृव्य की विस्तृत जानकारी दी. कार्यक्रम में राजेंद्र महतो, बरखा तिर्की, कपिलदेव महतो, आरती देवी, रामेश्वर उरांव और वार्ड सदस्य मनिनाथ सिंह मुंडा, बिरकेश्वर मुंडा, बांगेशर हजाम, वार्ड सदस्य सामाजिक कार्यकता सहित अन्य सामाजिक कार्यकर्ता और ग्रामीण मौके पर उपस्थित थे.
6 जुलाई को टीम पहुंची थी बमने गांव
बता दें कि 3 जुलाई को जिला विधिक सेवा प्राधिकार रांची की टीम खिजरी प्रखंड के बोड़ाम गांव पहुंची थी. डालसा की टीम ने ग्रामीणों को श्रमेव वेदंते योजना की जानकारी दी थी. वहीं, उपस्थित लोगों को इसके अलावा तीनों योजनाओं ‘‘श्रमेव वेदंते’’ ‘मानवता’ और ‘कतृव्य’ के बारे में भी बताया था. जानकारी के पश्चात मजदूरों ने असंगठित श्रमिकों के फॉर्म भरने की इच्छा जताई थी. इसके बाद कुल 93 फॉर्म भरे गए थे. इसके साथ ही मानवता और कतृव्य की भी जानकारी दी गई थी. वहीं, 6 जुलाई को डालसा की टीम बमने गांव पहुंची थी, जहां टीम ने गांव में 50 असंगठित मजदूरों का निबंधन फॉर्म भरा था. इस दौरान कोरोना महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का सही तरीके से इस्तेमाल और हाथ की साफ-सफाई करने के बारे में भी जानकारी दी गई थी.