रांचीः एयर एशिया का कस्टमर केयर अधिकारी बनकर रांची के एक व्यक्ति से ढाई लाख रुपए की ठगी करने वाले दो साइबर अपराधियों को सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने देवघर से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों साइबर अपराधियों ने गूगल सर्च इंजन पर एयर एशिया कस्टमर केयर का फेक वेबसाइट बना रखा था.
सेल के पूर्व जीएम से की थी ठगीः दरअसल, दोनों साइबर अपराधियों ने सेल के पूर्व जीएम से एयर एशिया कस्टमर अधिकारी बनकर ठगी को अंजाम दिया था. मामले को लेकर सेल के पूर्व जीएम प्रभास कुमार ने सीआईडी के साइबर क्राइम थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी. प्राथमिकी में पूर्व जीएम ने बताया था कि उन्होंने गूगल के जरिए एयर एशिया कस्टमर केयर का नंबर निकाल कर उसके जरिए टिकट बुक करवाने की कोशिश की थी, लेकिन वह इसी चक्कर में साइबर अपराधियों के झांसे में आ गए और साइबर अपराधियों ने उनसे एयर टिकट के नाम पर ढाई लाख रुपए ठग लिए.
देवघर से हुई दोनों साइबर अपराधियों की गिरफ्तारीः प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सीआईडी की साइबर क्राइम ब्रांच की टीम मामले की तफ्तीश में जुटी हुई थी. मनी ट्रेल को जोड़ते हुए सीआईडी क्राइम ब्रांच की टीम देवघर पहुंची. जहां से उन्होंने दो साइबर अपराधियों मोहम्मद मुजफ्फर अंसारी और मोहम्मद आरिफ को धर दबोचा. गिरफ्तार अपराधियों के पास से साइबर क्राइम ब्रांच की टीम ने विभिन्न बैंकों के डिटेल के साथ-साथ कई मोबाइल भी बरामद किए हैं.
साइबर सेल ने सावधानी बरतने की अपीलः साइबर क्राइम ब्रांच ने आम लोगों से अपील की है कि वे 1903 पर फोन कर साइबर ठगी की जानकारी दे सकते हैं. ठगी के साथ ठगी की कोशिश भी होती है तब भी वह जानकारी जरूर दें. साइबर अपराधी अब तो ना फोन कर रहे हैं और ना ही ओटीपी पूछ रहे हैं. ऐसे में मोबाइल में आने वाले हर मैसेज और लिंक को लेकर सावधान रहें. बैंक से जुड़े मैसेज अगर लगातार आपके मोबाइल में आते हैं तो आप एक बार नजदीकी बैंक जाकर उसकी पड़ताल जरूर कर लें. बैंकों से संबंधित किसी भी एप पर अगर आपको संदेह हो तो तुरंत बैंक और साइबर क्राइम ब्रांच दोनों को सूचना दें. इंटरनेट सर्च इंजन गूगल और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर दिए गए कस्टमर केयर, हेल्पलाइन नंबर पर भरोसा ना करें. कस्टमर केयर नंबर के लिए हमेशा अधिकृत वेबसाइट से ही संपर्क करें. किसी भी अज्ञात व्यक्ति के भेजे गए अज्ञात लिंक या यूआरएल पर क्लिक न करें और ना ही किसी अन्य नंबर पर फॉरवर्ड करें.